पुलिस के अनुसार रेलवे का डबल इंजन सुबह पांच बजे जोधपुर से बनाड़ की तरफ जा रहा था। नट बस्ती के पास रेलवे ट्रेक पर पहुंचा तो अचानक दीवार के पास से युवक और युवती इंजन के सामने आ गए। दोनों इंजन की चपेट में आ गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
लोको पायलट कालूराम मीणा व सहायक लोको पायलट रमेश कुमार ने इंजन रोका और नीचे उतरे। दोनों के शव ट्रेक से हटाकर साइड में रखे। इसके बाद जोधपुर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की। मृतकों के पास कोई परिचय पत्र या दस्तावेज नहीं मिलने से शिनाख्त नहीं हो पाई। शवों को महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।
रेलवे फाटक के पास मिली मोपेड
जांच के दौरान रेलवे ट्रेक से कुछ दूरी पर रेलवे फाटक के पास बिना नंबर की लाल इलेक्ट्रिक पावर वाली स्कूटी खड़ी मिली। माना जा रहा है कि यह स्कूटी युगल की थी। रेलवे फाटक पर स्कूटी खड़ी करने के बाद युगल ने इंजन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। लड़की ने गुलाबी पजामा, नीला फूलदार कुर्ता और सफेद धारीदार रंग का ट्रैकसूट पहना हुआ था। कान में पीली धातु की लटकन व टॉपर पहने हुए थे। मृतक युवक की उम्र 25-30 साल मानी जा रही है। उसने नीली जींस, सफेद धारीदार पूरी आस्तीन का शर्ट पहना हुआ था।