बदलते मौसम का प्रमाण वर्तमान में देश के तापमान में भी स्पष्ट तौर पर देखने को मिल रहा है।पृथ्वी पर अधिकांश रेगिस्तान तीस डिग्री उत्तरी अक्षांश और तीस डिग्री दक्षिणी अक्षांश के पास है। अफ्रीका का सहारा रेगिस्तान, अरब रेगिस्तान और थार तीस डिग्री उत्तरी अक्षांश के पास है। बीते तीस सालों में थार में नमी और बरसात के दिनों में बढ़ोतरी होने की वजह से तेज बारिश की संभावाएं अधिक है।
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उड़ीसा-बंगाल में लू, राजस्थान में बारिश
पश्चिमी राजस्थान को देश का सबसे गर्म हिस्सा माना जाता है, यहां लगातार बादल-बरसात का मौसम बना हुआ है जबकि समुद्र के किनारे बसे पूर्वी हिस्से में लू चल रही है। जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर में तापमान 40 डिग्री से कम है, जबकि उड़ीसा के बारीपाड़ा व बौद्ध में पारा 45.2, पश्चिमी बंगाल के मिदनापुर में 44.5, झारखण्ड के जमशेदपुर में 43.5 डिग्री मापा गया। कोलकाता में पारा 40 डिग्री को पार कर गया, जो सामान्य से छह से आठ डिग्री तक अधिक है। वहां भी लू चल रही है। इस महीने देश में लू का दूसरा स्पैल है, जबकि राजस्थान में अभी तक लू का स्पैल नहीं आया है। मार्च के अंतिम दिन में जरुर एकाध दिन लू रिकॉर्ड हुई थी।जलवायु परिवर्तन के उपायों पर हम 7वें स्थान पर
राहत की बात यह है कि क्लाइमेट चेंज परफार्मेंस इंडेक्स 2024 में भारत दुनिया में सातवें स्थान पर है यानी हम ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन कम करने, नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ाने, सकारात्मक जलवायु नीति और ऊर्जा उपयोग को लेकर बेहतर प्रबंधन कर रहे हैं।विश्व पृथ्वी दिवस आज
पूरे विश्व में 54वां विश्व पृथ्वी दिवस सोमवार को मनाया जाएगा। पृथ्वी को बचाने के लिए वर्ष 1970 से हर साल 22 अप्रेल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जा रहा है। इस साल की थीम प्लेनेट और प्लास्टिक रखा गया है।इनका कहना है….
मौसम के एक्सट्रीम इवेंट लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले साल भी जब राजस्थान में बरसाती मौसम था तब पूर्वी भारत में तेज गर्मी पड़ रही थी। यह स्पष्ट तौर पर बदलती जलवायु का प्रमाण है। कोई आश्चर्य नहीं कि दुबई जैसी बारिश भी हमारे यहां हो जाए।-डॉ. पीसी महाराणा, प्रधान वैज्ञानिक, काजरी जोधपुर