पुलिस के अनुसार गुलामुद्दीन फारूखी को गत सात नवबर को मुबई में पकड़ा गया था। जोधपुर लाकर अगले दिन उसे गिरफ्तार किया गया था। तब से अब तक उससे पूछताछ की जा रही है। पूर्व में वह बार-बार बयान बदल रहा था। दस दिन रिमाण्ड के बाद अब वह किसी अन्य की भूमिका न होने का दावा कर रहा है। पूछताछ में उसने बताया कि उस पर लाखों रुपए का कर्जा हो रखा है। इसलिए उसने ब्यूटीशियन अनिता चौधरी से जेवर लूटने की साजिश रची थी। इसी के तहत वे अंकल बनकर बात करता था और मिलने के लिए 27 अक्टूबर को अपने घर ले गया था। फिर उसे नींद की गोलियां खिलाकर बेहोश कर दिया था। उसकी सोने की चेन व तीन अंगूठियां लूटकर हथोड़ा ललाट पर मारकर हत्या कर दी थी। वह बार-बार अपनी बेटियों व परिजन की कसमें खाकर अकेले ही हत्या करने का दावा कर रहा है।
याचिका पर सुनवाई आज: गुलामुद्दीन के बार-बार बयान बदलने की वजह से पुलिस उस पर भरोसा नहीं कर रही है। इसलिए उसका पॉलीग्राफ टेस्ट कराने का निर्णय किया गया। इसके लिए पुलिस ने शनिवार को संबंधित कोर्ट में याचिका लगाई थी। जिस पर सोमवार को सुनवाई होगी।
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घर व दुकान से मिल सकते हैं महत्वपूर्ण साक्ष्य
मृतका के पति मनमोहन चौधरी ने एफआइआर में प्रॉपर्टी व्यवसायी पर हत्या करवाने का अंदेशा जताया था। पुलिस का दावा है कि अब तक की जांच में गुलामुद्दीन के ही हत्या करने के साक्ष्य मिले हैं। हालांकि अभी तक जांच चल रही है। परिजन ने मृतका की सरदारपुरा बी रोड पर ब्यूटी पार्लर की दुकान और मकान की तलाशी अभी तक नहीं करवाई है। पुलिस को इन दोनों जगहों से हत्या से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलने की उमीद है। जिसमें किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका भी सामने आ सकती है। पुलिस कोर्ट से सर्च वारंट लेने पर विचार कर रही है।
आरोपी से लूट की चेन व अंगूठियां बरामद
रिमाण्ड पर चल रहे गुलामुद्दीन की निशानदेही से अनिता की लूटी सोने की चेन व अंगूठियां बरामद की गई हैं। पुलिस उसे लेकर मुबई गई है। पूछताछ में उसने फरारी के दौरान अपने पास बैग होने की जानकारी दी थी, जो मुबई में ही रह गया था। पुलिस ने रविवार रात उसकी निशानदेही से फरारी काटने वाले स्थानों की तस्दीक की। बैग बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस उसे लेकर सोमवार को जोधपुर लौट सकती है।
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अब एडीसीपी करेंगे हत्या की जांच
मामले की जांच सरदारपुरा थानाधिकारी दिलीपसिंह शेखावत कर रहे थे, लेकिन तीन दिन पहले सीने में दर्द होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पूर्व में भी उन्हें हार्ट अटैक आ चुका है। ऐसे में पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राज वर्मा ने जांच अधिकारी बदलते हुए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (सिकाऊ) सुनील के पंवार को जांच सौंपी है। सहयोग के लिए सहायक पुलिस आयुक्त (पश्चिम) छवि शर्मा, उप निरीक्षक विश्राम मीणा को साथ लगाया गया है।