लोगों ने सबसे ज्यादा परेशानी पानी की किल्लत को बताया। वहीं लोगों ने क्षेत्र में टूटी सड़कें, सीवरेज लाइन, बिजली सहित आवारा पशुओं व श्वानों के आतंक जैसी कई समस्याओं से अवगत करवाया।
अधिकारियों ने कहा-प्रस्ताव बनाकर भेजा है
कार्यक्रम में नांदड़ी सरपंच जितेंद्र सिंह ने भी क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नांदड़ी ग्राम पंचायत को नगर निगम में शामिल किया जाए। वहीं पानी की समस्या को लेकर जलदाय विभाग के अधिकारी से कहा कि ऐसा कोई स्थायी समाधान किया जाए, जिससे हर घर तक पानी पहुंच सके। जलदाय विभाग के जेईएन अनिल ने लोगों की समस्या सुनने के बाद कहा कि पानी लाइन की साइज बढ़ाने का प्रपोजल उच्च अधिकारियों को भेजा गया है। पानी की टाइमिंग के लिए सोशल मीडिया ग्रुप बनाया गया है, जिसमें पानी आने के समय का अपडेट डाला जाता है। वहीं मंच पर मौजूद समाजसेवी सीताराम, नरपतसिंह व पत्रिका वितरण विभाग के रामअवतार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
बरसों से क्षेत्रवासी परेशान
जोधपुर में तिरुपति नगर के लोग पानी की समस्या से बरसों से परेशान हैं। पानी का निश्चित समय नहीं होने व तीन-चार दिनों में पानी देने से सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को होती है। दिन की जगह रात में पानी देने पर कई बार लाइट नहीं रहने की समस्या भी रहती है।
जोधपुर में तिरुपति नगर के लोग पानी की समस्या से बरसों से परेशान हैं। पानी का निश्चित समय नहीं होने व तीन-चार दिनों में पानी देने से सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को होती है। दिन की जगह रात में पानी देने पर कई बार लाइट नहीं रहने की समस्या भी रहती है।
बेबी कंवर राजपुरोहित, क्षेत्रवासी आवारा पशु बने परेशानी
क्षेत्र में आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। ये लोगों को भी चोटिल कर देते हैं। जबकि क्षेत्र में नगर निगम की गोशाला बनी हुई है। नगर निगम में कई बार शिकायत करने के बावजूद इन पशुओं को यहां से लेकर जाने का कोई स्थाई समाधान नहीं निकल पाया है।
प्रेमलता देवासी, क्षेत्रवासी
क्षेत्र में आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। ये लोगों को भी चोटिल कर देते हैं। जबकि क्षेत्र में नगर निगम की गोशाला बनी हुई है। नगर निगम में कई बार शिकायत करने के बावजूद इन पशुओं को यहां से लेकर जाने का कोई स्थाई समाधान नहीं निकल पाया है।
प्रेमलता देवासी, क्षेत्रवासी
श्वानों को पकड़ने की व्यवस्था नहीं
तिरुपति नगर के गली नंबर 17 में श्वानों का आतंक बढ़ गया है। श्वान वाहन चालकों को देखते ही काटने के लिए पीछे दौड़ते हैं। जिससे कई लोग नीचे गिरकर चोटिल भी हुए हैं। नगर निगम को सूचना करने के बाद भी इन्हें पकड़ने की किसी तरह की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
मैना जाट, क्षेत्रवासी
तिरुपति नगर के गली नंबर 17 में श्वानों का आतंक बढ़ गया है। श्वान वाहन चालकों को देखते ही काटने के लिए पीछे दौड़ते हैं। जिससे कई लोग नीचे गिरकर चोटिल भी हुए हैं। नगर निगम को सूचना करने के बाद भी इन्हें पकड़ने की किसी तरह की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
मैना जाट, क्षेत्रवासी
पानी की लाइनें बदलने की जरूरत
सर्दी के दिनों में भी पानी की समस्या बनी हुई है। वहीं गर्मी में 700 रुपए देकर टैंकर डलवाना पड़ता है। उसमें भी टैंकर चालक चार से पांच दिनों की वेटिंग बताता है। ऐसे में क्षेत्र में पुरानी छोटी लाइन को बदल कर नई बड़ी लाइन डालने की जरूरत है।
शंकरसिंह चौहान, क्षेत्रवासी
सर्दी के दिनों में भी पानी की समस्या बनी हुई है। वहीं गर्मी में 700 रुपए देकर टैंकर डलवाना पड़ता है। उसमें भी टैंकर चालक चार से पांच दिनों की वेटिंग बताता है। ऐसे में क्षेत्र में पुरानी छोटी लाइन को बदल कर नई बड़ी लाइन डालने की जरूरत है।
शंकरसिंह चौहान, क्षेत्रवासी
बढ़ा भूजल स्तर भी बना परेशानी
क्षेत्र में एक ओर पीने के पानी की समस्या है तो दूसरी ओर भूजल स्तर बढ़ा होने से परेशानी हो रही है। तीन-चार फीट खुदाई करते ही जमीन से पानी बाहर आने से लोगों ने घरों में टांके बनवा रखे हैं। इससे क्षेत्र में पीने के पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से नहीं हो पाती है।
रामनिवास पारीक, क्षेत्रवासी
क्षेत्र में एक ओर पीने के पानी की समस्या है तो दूसरी ओर भूजल स्तर बढ़ा होने से परेशानी हो रही है। तीन-चार फीट खुदाई करते ही जमीन से पानी बाहर आने से लोगों ने घरों में टांके बनवा रखे हैं। इससे क्षेत्र में पीने के पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से नहीं हो पाती है।
रामनिवास पारीक, क्षेत्रवासी
कई तरह की समस्याओं का सामना
नांदड़ी क्षेत्र में नगर निगम की ओर से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और गोशाला दोनों ही बने होने के बावजूद यहां के लोगों को सबसे ज्यादा परेशान होना पड़ता है। यहां सीवरेज लाइनों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के साथ ही सड़कों पर आवारा पशुओं का जमावड़ा बना रहता है।
किशनलाल, क्षेत्रवासी
नांदड़ी क्षेत्र में नगर निगम की ओर से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और गोशाला दोनों ही बने होने के बावजूद यहां के लोगों को सबसे ज्यादा परेशान होना पड़ता है। यहां सीवरेज लाइनों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के साथ ही सड़कों पर आवारा पशुओं का जमावड़ा बना रहता है।
किशनलाल, क्षेत्रवासी
सड़कों की हालत खराब
क्षेत्र की सड़कों का हाल बुरा है। एक साल पहले बनी सड़क पर डामर नहीं होने से कंक्रीट निकलने लगी है। सड़क पर गड्ढे हो रखे हैं। सड़कों की बार-बार खुदाई करने से इनमें पानी भरा रहता है। सड़कों का पर्याप्त लेवल नहीं होने से बारिश के दिनों में गलियां तलैया बन जाती हैं।
देवीसिंह, क्षेत्रवासी
क्षेत्र की सड़कों का हाल बुरा है। एक साल पहले बनी सड़क पर डामर नहीं होने से कंक्रीट निकलने लगी है। सड़क पर गड्ढे हो रखे हैं। सड़कों की बार-बार खुदाई करने से इनमें पानी भरा रहता है। सड़कों का पर्याप्त लेवल नहीं होने से बारिश के दिनों में गलियां तलैया बन जाती हैं।
देवीसिंह, क्षेत्रवासी
लीकेज को दुरुस्त किया जाए
नांदड़ी क्षेत्र में पानी की समस्या के समाधान के लिए पहले पाइप लाइन के लीकेज को दुरुस्त करना होगा। वहीं सड़कों की हाइट नहीं होने से सीवरेज होदी भी नीचे बैठने लगी है। ऐसे में सीवरेज लाइन डालने के बाद सड़कों का निर्माण कार्य किया जाना चाहिए।
जगदीश भाटी, क्षेत्रवासी
नांदड़ी क्षेत्र में पानी की समस्या के समाधान के लिए पहले पाइप लाइन के लीकेज को दुरुस्त करना होगा। वहीं सड़कों की हाइट नहीं होने से सीवरेज होदी भी नीचे बैठने लगी है। ऐसे में सीवरेज लाइन डालने के बाद सड़कों का निर्माण कार्य किया जाना चाहिए।
जगदीश भाटी, क्षेत्रवासी