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म्यूटेशन ब्रीडिंग से बना रहे उपयोग वैरायटी
विवि के वैज्ञानिक बार्क के विशेषज्ञों के साथ मिलकर रेडिएशन से म्यूटेशन ब्रीङ्क्षडग से विभिन्न फसलों की उपयोगी वैरायटियां पैदा करने पर काम कर रहे है। ताकि उस फसल या पौधे का प्रारूप बदल जाए और एक नई वैरायटी उपल्बध होगी। इस शोध के बाद इस नई वैरायटी में बीमारी नहीं लगेगी व कम समय में यह अच्छी पैदावार देगी।
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इन पर भी किया काम, मिली सफलताविवि बार्क के साथ रेडिएशन तकनीक से फसलों की नई वैरायटियां निकालने के लिए अन्य फसलों पर भी काम किया। इनमें सरसों की टीजेएम 1 व 2, गेहूं की टीएडब्ल्यू 153 आदि विकसित की है, इनसे निकट भविष्य में अच्छा पैदावार मिलने की उम्मीद है। विवि ने इन फसलों को अनुमोदित कराने के लिए स्टेट लेवल कमेटी को प्रस्ताव भेजा है।
बार्क के साथ जीरा-ईसब के रेडिएशन तकनीक से उत्पादन पर काम चल रहा है। उम्मीद है, शोध पूरा होने पर सफलता मिलेगी व किसानों को ज्यादा उपज देने वाली फसलें मिलेगी।
डॉ. एमएल मेहरिया, क्षेत्रीय निदेशक, कृषि अनुसंधान, कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर
डॉ. एमएल मेहरिया, क्षेत्रीय निदेशक, कृषि अनुसंधान, कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर