दूरदराज की स्कूलों में दिक्कत जानकारों का कहना है कि शिक्षा विभाग के कई स्कूल दूरदराज गांव-ढाणियों में हैं। बाहरी जिलों से आए कई शिक्षक इन स्कूलों में तैनात हैं। तबादले खोलने की घोषणा के बाद इनमें से अधिकांश शिक्षक वापस गृह जिले में लौटने की जुगत में हैं। विभाग ने ऐसे शिक्षकों के तबादले बड़ी संख्या में किए और अन्य शिक्षकों का पदस्थापन नहीं हुआ तो दूरदराज की गांव ढाणियों में स्थित स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकेगी।
कहां कितनी कमी
कहां कितनी कमी
बालेसर -46
बावड़ी-26 बाप-47
बापिणी-27 भोपालगढ़-24
बिलाड़ा-47 देचू-57
शहर-101 लोहावट-37
लूणी-57 मंडोर-33
ओसियां-40 फलोदी-45
पीपाड़ सिटी-49 सेखाला-49
शेरगढ़-59 तिंवरी-29 इनका कहना हैं…
राज्य सरकार अध्यापकों के खाली पद भी भर्तियों से भरेगी। जिस स्कूल में तबादला होगा, वहां नया शिक्षक भी तबादला कर लगाया जाएगा, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
बावड़ी-26 बाप-47
बापिणी-27 भोपालगढ़-24
बिलाड़ा-47 देचू-57
शहर-101 लोहावट-37
लूणी-57 मंडोर-33
ओसियां-40 फलोदी-45
पीपाड़ सिटी-49 सेखाला-49
शेरगढ़-59 तिंवरी-29 इनका कहना हैं…
राज्य सरकार अध्यापकों के खाली पद भी भर्तियों से भरेगी। जिस स्कूल में तबादला होगा, वहां नया शिक्षक भी तबादला कर लगाया जाएगा, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
– डॉ. भल्लूराम खीचड, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, जोधपुर