स्कूलों में फिर नदारद शिक्षक, संभागीय आयुक्त के चार्जशीट के निर्देश
जोधपुर.
संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा ने गुरुवार को जोधपुर जिले कई गांवों का दौरा किया व इस दौरान विद्यालयों, कार्यालयों, उप स्वास्थ्य केंद्र, मतदाता बूथों व आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया।
वे दोपहर 1:30 बजे राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय कुड़ी भगतासनी पहुंचे। इस दौरान विद्यालय में पद स्थापित अध्यापकों के अनुपस्थित पाए जाने पर गहरी नाराजगी प्रकट की। अध्यापक ग्रेड थर्ड शंकर सिंह विश्नोई एवं विद्यालय में 3:30 घंटे बाद तक भी नहीं आने वाले और बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित अध्यापक ग्रेड थर्ड गणपत लाल गौड़ एवं अध्यापिका ग्रेड थर्ड पूनम कुमारी जोशी को चार्जशीट जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानाध्यापिका श्रीमती संगीता राठौड़ को जानबूझकर हस्ताक्षर पंजिका के कॉलम खाली छोडऩे व अध्यापक को स्कूल में हाजिरी करने के बाद निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए जाने पर पर्यवेक्षण की लापरवाही का दोषी मानते हुए चार्जशीट जारी करने के निर्देश दिए। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय डांगियावास का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शिक्षक कन्हैया लाल गर्ग ने बताया कि विद्यालय में 273 छात्रों का नामांकन दर्ज है व 2074 पुस्तकों का वितरण किया जा चुका है, निरीक्षण के दौरान पाया की कक्षा 6 से 8 तक के होमवर्क के प्रोटोकॉल अध्यापकों द्वारा तैयार किए जाने थे वह तैयार नहीं किए गए। बीनावास के उच्च माध्यमिक विद्यालय में दो अध्यापिकाओं के दोपहर 3:30 बजे तक हस्ताक्षर पंजिका में हस्ताक्षर नहीं होने व कॉलम खाली छोड़े जाने पर प्रधानाध्यापिका से इसके लिए नाराजगी प्रकट की।
आंगनबाड़ी केंद्रों व कार्यालयों का निरीक्षण
डांगियावास, बीनावास, कापरड़ा व ओलवी में आंगनबाड़ी केंद्रों, पंचायत समितियों, ग्राम पंचायत, उप स्वास्थ्य केंद्र, राजकीय कार्यालयों का निरीक्षण किया। मतदाता सूची में नाम जोडऩे-हटाने की प्रक्रिया भी देखी। बनाड़ में 3 मतदाता बूथ, डांगियावास में दो और दांतीवाड़ा के 2 बूथों का निरीक्षण किया।
सीइओ को निर्देश
मंडोर पंचायत समिति में शाम 5:30 पर औचक निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिका में 30 में से 10 कर्मचारी के हस्ताक्षर करने के बाद उपस्थित नहीं पाए जाने, 2 कर्मचारियों के उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर नहीं होने, मूवमेंट रजिस्टर संधारित नहीं होने की कमी पाई गई। उन्होंने सीइओ जिला परिषद डॉ इंद्रजीत यादव को अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा।