उधर भारतीय वायुसेना की हेलीकॉप्टर ऐरोबेटिक टीम सारंग बुधवार को मिश्र से सीधे जोधपुर पहुंच गई। सारंग के 5 हेलीकॉप्टर आए हैं। सारंग टीम 3 से 5 सितम्बर तक मिश्र में इंटरनेशनल एयर शो में भाग लेने गई थी। इस वजह से सात सितम्बर को जोधपुर में युद्धाभ्यास के ओपन डे में नहीं पहुंच सकी थी। गुरुवार को सूर्यकिरण टीम के साथ सारंग का प्रदर्शन होगा। जोधपुर के लोग अपने घर की छतों से सुबह 11 बजे बड़ा एरोबेटिक डिस्पले देख सकेंगे। रक्षामंत्री, भारत के तीनों सेनाअध्यक्ष और विदेशी वायुसेनाओं के अध्यक्ष के सामने सूर्यकिरण, सारंग, स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान और सुखोई-30 करतब दिखाएंगे।
विदेशी एयरफोर्स चीफ पहुंचेंगे
भारत के वायुसेनाध्यक्ष एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी गुरुवार सुबह जोधपुर आएंगे। उनके अलावा युद्धाभ्यास में भाग ले रहे सात प्रमुख देशों अमरीका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, श्रीलंका, यूएई और ग्रीस की वायुसेना प्रमुखों के जोधपुर आने की संभावना है। अमरीकी एयरफोर्स चीफ भारत का स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस उड़ाएंगे। अन्य देशों के चीफ भी तेजस के साथ उड़ेंगे। युद्धाभ्यास में 16 देश ऑब्जर्वर के तौर पर शामिल हो रहे हैं। इनमें से भी कुछ देशों के एयरफोर्स चीफ गुरुवार को शामिल हो सकते हैं।
डिफेंस एक्सपो में डीआरडीओ की शक्ति
डिफेंस एविएशन एक्सपो में आत्मनिर्भर भारत की झलक देखने को मिलेगी। इसमें रक्षा प्रयोगशाला (डीआरडीओ), देश के एमएसएमई सेक्टर और स्टार्ट अप द्वारा निर्मित तकनीक का प्रदर्शन किया जाएगा। प्रमुख स्टार्ट अप में मानव रहित हवाई खतरे का मुकाबला करने के लिए आरएफ गन, हाई एल्टीट्यूड स्यूडो सैटेलाइट, लॉइटरिंग गोला-बारूद, एयर-लॉन्च किए गए लचीले एसेट, प्रशिक्षण के लिए एआर व वीआर, स्मार्ट ग्लास जैसी तकनीक का प्रदर्शन होगा।