शहर के समीप बना सुरपुरा बांध जोधपुर शहर को 30 दिन तक पानी पिला सकता है, यह जलस्रोत कायलाना व तख्तसागर का विकल्प बन सकता है। लेकिन खास बात यह है कि आज तक इस पर गौर किया ही नहीं गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सत्ता संभालते ही सुरपुरा बांध की उपयोगिता को अपने भाषण में कहा और इसके बाद धरातल पर इसका काम शुरू हो गया। अब पहली बार इस बांध में पानी संचित कर प्रस्तावित क्लोजर में शहर की प्यास बुझाने के प्रयास किए जाएंगे।
सुरपुरा बांध और इसकी नहरों के जर्जर होने का मुद्दा पिछले कई सालों से उठ रहा था। बारिश का पानी जमा नहीं होने के कारण इसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े होने लगे। राजीव गांधी लिफ्ट केनाल में क्लोजर के दौरान शहर में पेयजल संकट सामने आया तो इस ओर ध्यान गया। अब प्रोजेक्ट अपने प्रयासों से इसमें पानी एकत्रित करने में जुट गया है। पहली बार शहर में जलापूर्ति हो उतना पानी इसमें स्टोर करने की तैयारी है। मार्च के अंतिम सप्ताह से करीब 30 दिन का नहर क्लोजर प्रस्तावित है। ऐसे में कायलाना व तख्तसागर के साथ इस बार सुरपुरा का भी उपयोग किया जाएगा।
सुरपुरा बांध और इसकी नहरों के जर्जर होने का मुद्दा पिछले कई सालों से उठ रहा था। बारिश का पानी जमा नहीं होने के कारण इसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े होने लगे। राजीव गांधी लिफ्ट केनाल में क्लोजर के दौरान शहर में पेयजल संकट सामने आया तो इस ओर ध्यान गया। अब प्रोजेक्ट अपने प्रयासों से इसमें पानी एकत्रित करने में जुट गया है। पहली बार शहर में जलापूर्ति हो उतना पानी इसमें स्टोर करने की तैयारी है। मार्च के अंतिम सप्ताह से करीब 30 दिन का नहर क्लोजर प्रस्तावित है। ऐसे में कायलाना व तख्तसागर के साथ इस बार सुरपुरा का भी उपयोग किया जाएगा।
एक नजर में सुरपुरा का गणित – 30 दिन का पानी स्टोर हो सकता है सुरपुरा में
– 5790 एमएल (मिलीयन लीटर) है इसकी कुल क्षमता – 700 एमएल पानी आ चुका है अब तक
– क्लोजर से पहले 15 दिन का पानी स्टोर करने की तैयारी
– 5790 एमएल (मिलीयन लीटर) है इसकी कुल क्षमता – 700 एमएल पानी आ चुका है अब तक
– क्लोजर से पहले 15 दिन का पानी स्टोर करने की तैयारी
क्लोजर का गणित – 20 दिन का पानी मुख्य नहर में पोंडिंग कर स्टोर करने की तैयारी है।
– नहर से जो गांवों की डिग्गियां जुड़ी है उसमें 10 दिन का पानी स्टोर करने की तैयारी है।
– नहर से जो गांवों की डिग्गियां जुड़ी है उसमें 10 दिन का पानी स्टोर करने की तैयारी है।
– दांतीवाड़ा, मांडीयाई और देवानियां की बड़ी डिग्गी है।
– कायलाना, तख्तसागर, सुरपुरा में 45 दिन से अधिक का पानी स्टोर कर काम चलाने की तैयारी है। इनका कहना… सुरपुरा बांध में पहली बार क्लोजर के लिए जल संचय किया जा रहा है। 15 दिन तक का पानी हम एकत्रित करने के प्रयास कर रहे हैं।
– निर्मल कच्छवाह, अधीक्षण अभियंता, राजीव गांधी लिफ्ट केनाल प्रोजेक्ट
– कायलाना, तख्तसागर, सुरपुरा में 45 दिन से अधिक का पानी स्टोर कर काम चलाने की तैयारी है। इनका कहना… सुरपुरा बांध में पहली बार क्लोजर के लिए जल संचय किया जा रहा है। 15 दिन तक का पानी हम एकत्रित करने के प्रयास कर रहे हैं।
– निर्मल कच्छवाह, अधीक्षण अभियंता, राजीव गांधी लिफ्ट केनाल प्रोजेक्ट