सीएम को सौंपा ज्ञापन
सरपंचों ने मुख्यमंत्री को बताया कि बनाड़, नांदड़ी और खोखरिया जैसी ग्राम पंचायतें शहर सीमा में आ चुकी हैं। इसके बाद भी उन्हें शहरी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। इसलिए इन ग्राम पंचायतों को नगर निगम की सीमा में शामिल किया जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान सरपंच संघ मंडोर अध्यक्ष घमंडाराम जाखड़, नांदड़ी सरपंच जितेन्द्र सिंह, बनाड़ सरपंच प्रतिनिधि चौथाराम तांडी, खोखरिया सरपंच गोविंद सियाग के साथ ग्रामवासी मौजूद थे। राजस्थान पत्रिका की ओर से शहर के आसपास की ग्राम पंचायतों को नगर निगम सीमा में शामिल करने के लिए ‘सुध लो सरकार’ अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद सरकार की ओर से आदेश जारी कर नगर निगम की सीमा को बढ़ाने के लिए निगम और जिला प्रशासन को आदेशित किया गया। जिला प्रशासन ने इसको लेकर कवायद शुरू कर दी। अब इस मुहिम में शहर के आसपास की ग्राम पंचायतों के सरपंच भी जुड़ रहे हैं।
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बनाड़ में 40 हजार की आबादी
सरपंच सुआदेवी के प्रतिनिधि चौथाराम तांडी ने बताया कि ग्राम पंचायत बनाड़ की आबादी शहर की तरह बढ़ गई है। ग्राम पंचायत में बहुत सारी आवासीय कॉलोनियां विकसित हो गई हैं। वर्तमान में बनाड़ में लगभग 40 हजार की आबादी है। इसके चलते ग्राम पंचायत से बनाड़ का समुचित विकास नहीं हो पा रहा है। यहां के लोगों को सीवरेज लाइन, पक्की सड़कें, रोड लाइट, साफ-सफाई जैसी तमाम सुविधाओं का पूर्ण लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसलिए बनाड़ ग्राम पंचायत को निगम की सीमा में शामिल किया जाना चाहिए।