दरअसल, सचिन पायलट आज शुक्रवार को जोधपुर दौरे पर थे, इससे पहले जयपुर से जोधपुर वो ट्रेन में पहुंचे थे। इसके बाद खेजड़ली में आयोजित विश्नोई समाज के कार्यक्रम में पहुंचे। जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ।
यह भी पढ़ें
किरोड़ीलाल मीणा ने CM भजनलाल से की मांग, बोले- ‘तत्काल रद्द हो ये भर्ती परीक्षा, नहीं तो…’
सरकार में बने कई पावर सेंटर
बता दें, जोधपुर सर्किट हाउस में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में पायलट ने कहा कि, “जोधपुर में इतनी दुष्कर्म की घटनाएं हुई हैं, जिससे लॉ एंड आर्डर पूरी तरह से बिखर गया है। हर जिले में असामाजिक तत्व पांव पसार रहे हैं। सरकार में मल्टीपल पावर सेंटर बन गए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि, “किसी को पता नहीं है कि वो मंत्री है या नहीं, सरकार कुछ बोलती है, संगठन कुछ बोलता है। बहुत जल्द ही सरकार में बिखराव हो गया। इसका नुकसान जनता को उठाना पड़ रहा है, जिन कामों के वर्क आर्डर हमारी सरकार देकर गई थी, वो भी पूरे नहीं हो सके। पूरी तरह से सरकार विफल हो चुकी है।”
यह भी पढ़ें
खींवसर में ‘हनुमान’ का गढ़ ढहाने के लिए भाजपा-कांग्रेस ने कसी कमर, ये दावेदार देंगे टक्कर!
सरकार में इच्छाशक्ति की कमी- पायलट
वहीं, सीएम भजनलाल के न्यायालय की अनुमति के बिना विदेश जाने के सवाल पर पायलट ने कहा कि, “यह कानूनी मामला है, ऐसे में मैं यह जानता हूं कि प्रदेश प्राथमिकता होना चाहिए। शिक्षा, चिकित्सा, शहरी व ग्रामीण विकास अगर नहीं हो रहा है तो यह प्रबंधन की इच्छा शक्ति की कमी और ब्यूरोक्रेसी पर अपना प्रभाव रखने की कमी सरकार में मुझे नजर आ रही है।”RPSC के पुर्नगठन को लेकर दिया ये जवाब
RPSC के पुर्नगठन और पेपर लीक को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में पायलट ने कहा कि, “आरपीएससी पर जनता का विश्वास उठ चुका हैं। विश्वसनियता खत्म हो चुकी है। इसे वापस लाना होगा। नौजवानों का भविष्य इस पर टीका हुआ है। इसका पुर्नगठन करने में किसी को क्या आपति है। पूरी संस्था खोखली हो चुकी है। सदस्य जेल जा रहे हैं। ऐसे में पुर्नगठन क्यों नहीं हो सकता? अगर इच्छा शक्ति है और कोई करना चाहे तो कर सकता है, नहीं करना है तो कानूनी अड़चन का बहाना बनाया जा सकता हैं। नौजवानों के भविष्य पर खिलवाड करने का हक किसी को नहीं है” यह भी पढ़ें