घाटा ज्यादा आरटीडीसी की ओर से निगम को लिखे गए जवाबी पत्र में होटल के घाटे की स्थिति बताई है। पत्र के अनुसार होटल घाटे में चल रहा है। होटल पहले नियमित कर चुकाता था, लेकिन अब घाटे के चलते कर चुकाना संभव नहीं। वर्तमान में कर्मचारियों का वेतन तक चुकाना भारी पड़ रहा है। कर्मचारियों के अन्य भत्ते भी उनके वेतन में जमा नहीं हो रहे है।
चुकाना होगा कर पर्यटन विकास निगम की होटल घूमर पर यूडी टैक्स बकाया है, और भी कई सरकारी विभाग यूडी टैक्स नहीं चुका रहे। इन विभागों को टैक्स तो चुकाना ही होगा, विभाग घाटे में है या फायदे में नगरीय विकास कर तो देना ही होगा।
घनश्याम ओझा, महापौर मांगा है समय कर जमा करवाने के लिए हमारे एमडी ने समय की मांग की है। अभी वित्तीय स्थिति सही नहीं है। वर्ष 2018-19 में जमा करवा देंगे। कुंभ सिंह, महाप्रबंधक, होटल घूमर