एसीबी का कहना है कि पीडि़त परिचालक मनीष श्रीमाली को गत अप्रेल-मई में कोविड होने के बाद बीस दिन क्वॉरंटीन रहा। इस अवधि का वेतन व मकान किराए भत्ते का एरियर बनाने की एवज में आरोपी परिचालक अशोक बिश्नोई ने दो हजार रुपए मांगे। मनीष ने एसीबी पाली द्वितीय में शिकायत की। गोपनीय सत्यापन के बाद ब्यूरो ने गुरुवार को पाली में नए बस स्टैण्ड पर ट्रैप कार्रवाई कर दो हजार रुपए लेते ही उपाधीक्षक महिपाल के नेतृत्व में ब्यूरो ने परिचालक अशोक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उससे रिश्वत राशि भी बरामद की गई।