दरअसल, मानसूनी सीजन के बाद नगर निगम उत्तर और दक्षिण की सड़कों की जो हालत हुई है, उसने शहर की सूरत ही बिगाड़ के रख दी है। शहर में ऐसी कोई सड़क नहीं बची है जो उधड़ी हुई ना हो। वाहन चालकों के साथ ही पैदल चलने वाले लोग भी परेशान हैं। इस बीच अब राज्य सरकार ने पहले नगर निगम उत्तर के क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सड़कों को सुधारने की कवायद शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने सड़कों की मरम्मत के लिए 40 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी है। इससे शहर की 47 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत करवाई जाएगी।
शहर का अभी है ये हाल बारिश के बाद शहर की सड़कों के हालात यह है कि 10 मिनट की दूरी तय करने के लिए 20 मिनट का समय लग रहा है। कहीं सड़कें धंस गई हैं तो कहीं गिट्टियां उखड़कर बिखर गई हैं। सड़कों पर गड्ढों की संख्या इतनी अधिक हो चुकी है कि आए दिन लोग चोटिल हो रहे हैं। कई क्षेत्रों में तो स्थिति गंभीर होने के कारण पैदल आवागमन में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने जोधपुर शहर (उत्तर) में 43 विकास कार्यों के लिए भी 16.48 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति दी है। इससे क्षेत्र में विभिन्न विद्यालयों में कक्षा कक्ष, विभिन्न वार्डों में सामुदायिक हॉल निर्माण सहित कई अन्य विकास कार्य होंगे।