पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ रविवार को एक निजी कार्यक्रम के लिए जोधपुर पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं ने पुष्प वाला पहन कर स्वागत किया। राठौड़ ने एक निजी होटल में मीडिया से रूबरू होकर विधानसभा चुनाव में अपनी हार को लेकर कहा कि ‘मैं एक जमीनी कार्यकर्ता हूं। पहली बार हार का फल चखा है, खट्टा भी है, मीठा भी है। स्वाद भी है और बेस्वाद भी है।’
राजेंद्र राठौड़ से पत्रकारों की ओर से राजसमंद सीट पर चुनाव को लेकर जब पूछा गया कि उन्होंने कहा कि ‘अगर पार्टी चुनाव लड़ने को कहेगी तो चुनाव लड़ूंगा। लेकिन इसको लेकर दावा नहीं करता। अगर नेतृत्व बूथ स्तर संभालने को कहेगी तो वह भी करूंगा।’
राजसमंद लोकसभा क्षेत्र में चार जिलों की आठ विधानसभा सीट आती है। हाल ही राजस्थान विधानसभा चुनाव में इन आठ सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की। जबकि भाजपा ने राजसमंद जिले में क्लीन स्वीप करते हुए यहां कि सभी चार विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की। वहीं अगर पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें, तो यहां दो बार से लगातार बीजेपी जीतती आ रही है।
साल 2019 के चुनाव में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी सांसद बनी थीं। साल 2014 में बीजेपी से हरिओम सिंह राठौड़ सांसद बने थे। 2019 में कांग्रेस के गोपाल सिंह शेखावत संसद बने थे। साथ ही पिछले चुनाव के अनुसार यहां करीब 20 लाख मतदाता है।