एक पखवाड़े से अरावली की पहाड़ियों से बहकर आ रहे पानी से जसवंत सागर बांध छलक गया है। शुक्रवार देर रात बांध से पानी की निकासी चार द्वारों से होने लगी है। यह जलराशि एक झील को भरते हुए रियासत काल के दौरान बनी नहरों तक पहुंच चुकी है। अनवरत रूप से बांध पर चादर चलती रही तो इससे भावी, बाला और लाम्बा के तालाब भी लबालब हो जाएंगे। झाक और कालाउना की नदियां अपने परंपरागत वेग के साथ बह रही हैं।
पिचियाक बना पिकनिक स्पॉट
जोधपुर के पिचियाक गांव में जलवंत सागर बांध के आसपास का इलाका अब एक पिकनिक स्थल बन गया है। दिनभर लोगों का परिवार समेत जमावड़ा रहने लगा है। कई स्टालें लग चुकी हैं।फैक्ट फाइल
- 1865 मिलियन घनफीट भराव क्षमता।
- 1300 स्क्वॉयर मील कैचमेंट एरिया।
- 13 गांवों में सिंचाई।