इससे पहले शुक्रवार दोपहर को कलक्टर गौरव अग्रवाल ने डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टर्स की जांच रिपोर्ट को राज्य सरकार को भेज दिया। इस मामले में आरएएस एसोसिएशन ने मुख्य सचिव सुधांशु पंत से मिलकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। शुक्रवार को चिकित्सा शिक्षा आयुक्त ने आदेश जारी कर पांच सदस्यीय समिति गठित की है। आदेश के अनुसार यह कमेेटी वसुंधरा अस्पताल में सर्जरी होने के बाद बिश्नोई के इलाज के सभी पहलुओं और मृत्यु के कारणों पर जांच करेगी।
मरीज की सीटी स्कैन नहीं हुई, जांच की बताई जरूरत
डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने जांच रिपोर्ट में सीटी स्कैन की स्थिति की और आगे जांच की जरूरत बताई है। सूत्रों के मुताबिक पांच सदस्यीय डॉक्टर्स की कमेटी में एक चिकित्सक ने सीटी की सलाह के बावजूद सीटी नहीं होने के बिन्दू पर जांच की सलाह दी है। अन्य बिन्दुओं पर जानबूझकर लापरवाही सामने नहीं आना बताया है। रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि मरीज के परिजन व अस्पताल के स्टाफ के बयानों में भिन्नता है। अत: इसकी आगे जांच की जरूरत है। उधर, वसुंधरा अस्पताल के कंसल्टेंट डॉ. संजय मकवाना का कहना है कि रात को 9.30 बजे न्यूरोलॉजिस्ट ने सीटी ब्रेन की सलाह दी थी, लेकिन मरीज प्रियंका बिश्नोई स्टेबल नहीं थी और परिस्थितियां भी अनुकूल नहीं थी। इसलिए सीटी नहीं करवाई गई। यह हमने नोट में भी लिया था, रात 11 बजे भी फिजिशियन ने इस मामले में नोट लिखा। सुबह तो उनकी शिफ्टिंग ही शुरू हो गई।