केवल 20 बसें चल रही थीं
बीआरटीएस बसों के संचालक प्रवीण ने बताया कि उनके द्वारा बीआरटीएस की कई बसों को संचालन किया जा रहा था। मगर इन दिनों शहर में केवल 20 बसें ही चल रही थीं, वह भी सोमवार से थम गई हैं। नगर निगम द्वारा भुगतान नहीं किए जाने से बीआरटीएस की सेवा रोक दी गई है। उनके द्वारा बसों की फिटनेस से लेकर हर औपचाकिताओं को पूरा कर लिया गया था, लेकिन निगम प्रशासन ने इसमें गंभीरता नहीं दिखाई। सांसद एवं विधायक द्वारा राज्य सरकार से फंड की व्यवस्था को कहा गया था। फंड भी आ चुका है, मगर निगम ने एक लेटर का हवाला देकर बसों को खड़ी करने की बात कही है। हालांकि 3 जुलाई को राज्य सरकार ने बसों के संचालन से संबंधित बकाया पैसा आवंटित कर दिया था।
दो रूट पर चल रही थीं बसें
जोधपुर शहर में एम्स से आरटीओ ऑफिस तक 10 और चौपासनी से बनाड़ तक 10 बसें चलाई जा रही थीं। जबकि 19 बसें यूं ही खड़ी थीं। बता दें कि कुछ साल पहले जोधपुर बस सर्विस लिमिटेड की ओर से शहर में 39 बसों का संचालन शुरू किया था, लेकिन बीते एक साल से 39 में से केवल 20 बसें ही दो रूट पर चल रही थीं।
निगम प्रशासन और फर्म के बीच तनातनी
इन बसों का संचालन करने वाली फर्म का कहना है कि नगर निगम उत्तर के निर्देश पर संचालन बंद किया गया है। लंबे समय से निगम प्रशासन और बीआरटीएस बसों का संचालन करने वाली फर्म के बीच तनातनी चल रही है।