याचिकाकर्ता वर्तमान में संजीवनी मल्टीस्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी घोटाले के आरोप में जोधपुर की जेल में बंद है। याची ने अपनी पत्नी की गंभीर स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए 60 दिनों की अस्थायी जमानत की मांग की थी। कोर्ट को बताया गया कि पत्नी का इलाज अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग में चल रहा है। डॉक्टरों ने तुरंत सर्जरी कराने की सलाह दी है। न्यायाधीश अरुण मोंगा की एकल पीठ ने कहा कि सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार एक इंसान के रूप में आवश्यक है, जिसमें एक अच्छे पति के रूप में कार्य करना भी शामिल है।