Rajasthan Election 2023 : कांग्रेस के इन दो मंत्रियों को सता रहा हार का डर, अब सुरक्षित सीटों पर नजर
सवाल- आपकी यात्र कैसी रही?जवाब- यात्रा बहुत अच्छी रही। सबके लिए दुआ मांगी। युवा नशे से मुक्त रहें। नशा एक बुरी लत बनकर समाज को खोखला कर रह है। यात्रा के दौरान बहुत लोग मिलने आए। यह बाबा की ही शक्ति थी कि इतना लंबा चल पाए। पांवों में छाले अभी तक भी हैं। पर बाबा के प्रताप से ही सब संभव हो गया।
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2023 इस चुनाव में 18 से 19 साल के युवा उड़ा सकते हैं राजनीतिक दिग्गजों के होश, देखें ये आंकड़े सवाल- क्या यात्रा का उद्देश्य राजनीतिक नहीं था? इसके बाद से ही आपके राजनीति में आने की खबरें आ रही हैं।जवाब- अब खबर चलाने वालों को कैसे रोकें। पर हकीकत यह नहीं है। मेरा राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है। राजनीति में आने का इरादा होता तो भैंरोसिंह शेखावत जब कह रहे थे तभी आ जाती। एक बार जब
शेखावत ने जोर देकर कहा तो मैंने उनसे बचने के लिए कहा कि जो दिवंगत महाराजा हनुवंत सिंह जी ने कहा था, वहीं मैं कह रही हूं कि मारवाड़ के पूरे 35 टिकट हम ही देंगे। वे हंसे, और मुझसे बोले, अच्छा। इसके बाद उन्होंने फिर कभी जोर नहीं दिया। ठाकुर साहब का अंदाज निराला था। हमारा उनका अपणायत का रिश्ता था। उनके बाली के चुनाव में भी बापजी ने बहुत मदद की थी।
जवाब- आपसे कहा तो राजनीति में नहीं आउंगी। घुमा फिराकर कितना ही पूछ लीजिए। जवाब एक ही है। जब सभी लोग हमारा सम्मान करते हैं तो फिर किसी एक दल के साथ क्यों जाएं। जब भी जोधपुर में कोई अप्रिय घटना घटी तो बापजी और हम हमेशा लोगों के साथ खड़े रहे हैं। मारवाड़ के लोग हमसे कितना प्यार करते हैं यह पोलो खेलते हुई शिवराज सिंह की दुर्घटना के बाद सबने देखा है। सभी धार्मिक स्थलों पर सबने प्रार्थनाएं की थी।
जवाब- अच्छे कार्यों के लिए राजनीति आवश्यक नहीं है। बल्कि राजनीति में रहते हुए अच्छे कार्य करने में ज्यादा कठनाई होती है। मन में विश्वास हो। नीयत साफ हो तो हर काम को उसके अंजाम तक पहुंचाया जा सकता है।
जवाब- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं के लिए जो बिल लाए। उसके लिए उनका धन्यवाद देती हूं। महिलाओं का पढ़ना बहुत जरूरी है। जैसे महिलाएं पढ़ती जाएंगी वैसे-वैसे समस्याएं खत्म होती जाएंगी पर अभी मंजिल बहुत दूर है। इसके लिए बहुत प्रयास करने होंगे। जोधपुर में महिला शिक्षा पर हमने विशेष बल दिया है।
जवाब- आप दो बातों को एक साथ जोड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री कभी भी ऐसा नहीं कहेंगे। उनको सब मालूम है। हम सभी उनका सम्मान करते हैं। इसीलिए एयरपोर्ट पर गए थे। आप लोग हर बात सियासी चश्मे से मत देखा करें।
जवाब- म्हें थां सू दूर कोनी। स्वर्गीय महाराजा हनुवंत सिंह ने जोधपुर के लोगों से कहा था। उसी परंपरा को हम आज तक निभा रहे हैं। हम बहुत सारे सामाजिक कार्य लगातार कर रहे हैं। आप उन पर भी तो बात कीजिए। राजनीति में आकर जो कर सकते हैं वह हम वैसे ही कर रहे हैं। आखिरकार राजनीति का उद्देश्य भी तो जनहित कार्य ही हैं।