नई व्यवस्था के तहत निगम प्रत्येक आवास से उसके क्षेत्रफल के आधार पर यूजर चार्ज वसूलेगा। इसमें 50 वर्गमीटर तक 20 रुपए, 50 से 300 वर्गमीटर तक 80 रुपए और 300 वर्गमीटर से अधिक पर 150 रुपए महीना यूजर चार्ज वसूला जाएगा। यह सीधे नगर निगम के अकाउंट में जाएगा।
पहले तीन माह तक ठेका फर्म गीला और सूखा कचरा निस्तारण के लिए जागरुकता अभियान चलाएगी। नई तकनीक से जिन वार्डों में सफाई व्यवस्था शुरू होगी, वहां के लोगों के साथ ही दुकानदारों में जागरुकता लाने के लिए उन्हें इस पूरी प्रकिया के बारे में बताया जाएगा।
निगम उत्तर आयुक्त अतुल प्रकाश ने बताया कि नई तकनीके से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन प्रक्रिया के लिए टेंडर जारी हो चुके हैं। 30 वार्डों में दो ऑटो टिपर को शुरू किया जाएगा। आगामी तीन माह तक फर्म की ओर से घर-घर सर्वे कर प्रत्येक हाउसहोल्ड पर अलग-अलग आरएफआईडी कार्ड लगाया जाएगा। इससे कार्य की रियल टाइम मॉनिटङ्क्षरग हो सकेगी।
फर्म मकानों-दुकानों के बाहर आरएफआईडी कार्ड लगाएगी। इस कार्ड में स्वैप के आधार पर ही पता चल पाएगा कि फर्म ने कचरा उठाया या नहीं। एक डिवाइस अतिरिक्त लगाया जाएगा। इससे लोगों को पता चल जाएगा कि मोहल्ले में कचरा संग्रहण के लिए गाड़ी आ चुकी है। कचरे को उठाने के आधार पर ही फर्म को भुगतान किया जाएगा।
नई व्यवस्था से मिलेगी नई दिशा
-कुन्ती देवड़ा, महापौर, नगर निगम उत्तर