एडीसीपी निशांत भारद्वाज का कहना है कि गुलामुद्दीन के पीछे पुलिस भी मुम्बई पहुंच गई थी। मुम्बई क्राइम ब्रांच की मदद ली गई। वॉट्सऐप पर ग्रुप बनाया गया। तीन टीमें बनाकर तलाश की गई। गुलामुद्दीन के मुम्बई सेन्ट्रल में होने का पता लगा। तीन कारों के साथ तीन बाइक ली गई। फिर दो-तीन किमी परिधि में उसकी तलाश शुरू की।
शाम 7 बजे थड़ी के पास चाय पी रहे थे। तभी गुलामुद्दीन की लोकेशन मिली। ग्रुप में अलर्ट का मैसेज किया। चाय से भरे कुल्लड़ फेंककर कार में लोकेशन की तरफ भागे। लेकिन कुछ ही दूरी पर ट्रैफिक में फंस गए। एडीसीपी निशांत व निरीक्षक मोहम्मद शफीक खान ने राह चलते व्यक्ति से मोपेड ली और ट्रैफिक सिग्नल लाइट तोड़कर लोकेशन की तरफ दौड़ा दी। रेलवे स्टेशन के पास पुलिस को देख आरोपी पैदल भागने लगा। भीड़ होने से मोपेड छोड़कर और पैदल पीछा किया। दूसरी टीमें भी अन्य दिशाओं से आ गईं और घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।
पत्नी आबेदा की रिमाण्ड छह दिन बढ़ाई
उधर, गुलामुद्दीन की पत्नी आबेदा परवीन को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसकी रिमाण्ड छह दिन और बढ़ा दी गई। सहायक पुलिस आयुक्त (पश्चिम) छवि शर्मा व थानाधिकारी दिलीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
व्यवसायी शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार
पुलिस ने नामजद आरोपी व व्यवसायी तय्यब अंसारी को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया। उसे शाम को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए गए, लेकिन शाम छह बजने से जेल में दाखिल नहीं कराया जा सका। फिलहाल उसे सरदारपुरा थाने में रखा गया है। उसको और गुलामुद्दीन के साथ ही आबेदा परवीन से आमने-सामने पूछताछ की जाएगी।
वार्ता में नहीं बनीं सहमति
पोस्टमार्टम करवाने को लेकर देर रात मंदिर में पुलिस अधिकारियों व परिजन में वार्ता हुई। खींवसर के पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल भी मंदिर पहुंचे, लेकिन मांगों को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई।
12 पुलिसकर्मियों की टीम ने पकड़ा
आरोपी को पकड़ने में एडीसीपी निशांत भारद्वाज, निरीक्षक शकील अहमद व मोहम्मद शफीक खान, एसआइ पिंटू कुमार, एएसआइ नारायणसिंह, हेड कांस्टेबल शकील खान, कांस्टेबल कैलाश, नरेन्द्रसिंह, दलाराम, मोतीलाल, कैलाश, संतराम मीना मुम्बई गए थे। जोधपुर से साइबर एक्सपर्ट एएसआइ जमशेद खान व राकेशसिंह, हेड कांस्टेबल प्रेम चौधरी, रामदयाल इनपुट दे रहे थे।