इस अवसर पर रेलवे डी आरम गौतम अरोड़ा ने रेलवे स्टेशन के सौन्द्रीयकरण व नवीनीकरण पर प्रकाश डाला। पीआरओ रामगोपाल शर्मा ने ओसियां रेलवे स्टेशन पर किए गए कार्यो का विस्तार से ब्यौरा दिया। ओसियां प्रधान ज्योति जाणी, कृषि मंडी चैयरमेन जगराम विश्नोई, रामगोपाल शर्मा, डॉयरेक्टर दिलीप सोनी, ओसियां भाजपा मंडल अध्यक्ष हनुमान सोनी, तिंवरी अध्यक्ष पन्नालाल सेवग, मथानिया अध्यक्ष नरपतसिंह रिनिया सहित कई कार्यकर्ता व ग्रामीण उपस्थित थे।
ओसियां सरपंच श्यामलाल ओझा के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने ओसियां कस्बे में सीवरेज लाइन की व्यवस्था करवाने को लेकर केन्द्रीय मंत्री पीपी चौधरी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि कस्बे में सीवरेज लाइन की उचित व्यवस्था नहीं होने से गंदा पानी रेलवे स्टेशन के पास एकत्र हो जाता है। सीवरेज पानी की उचित निकासी के लिए रेलवे लाईन पर पुल बनाना होगा। ज्ञापन में शीघ्र समस्या के समाधान की मांग कीगई। चौधरी ने भी समाधान का आश्वासन देकर संबधित अधिकारियों का ेदिशा निर्देश दिए। निसं
रेलों का रात्रिकालीन ठहराव न होने से यात्री परेशान तिंवरी. कस्बे में रात्रिकालीन रेलों का ठहराव नहीं होने से लोग परेशान है। पिछले दो दशक से भी अधिक समय से लोगों ने कई बार रात्रिकालीन रेलों के ठहराव की बात उठाई, लेकिन अभी तक कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला। यदि यहां इन रेलों का ठहराव होता है तो तिंवरी की ४० किलोमीटर की परिधि में रहने वाले दर्जनों गांवों के लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी। इसी संदर्भ में गुरूवार को एक बार फिर ग्रामीणों ने भाजपा मंडल अध्यक्ष पन्नालाल सेवग के नेतृत्व में रेल मण्डल प्रबंधक गौतम अरोड़ा को ज्ञापन सौंपा है।
पहले होता था ठहराव
रात्रि में जोधपुर से तिंवरी पहुंचने का कोई साधन उपलब्ध नहीं होने से क्षेत्र के लोगों को तिंवरी पहुंचने में परेशानी होती है। आज से २३ वर्ष पूर्व जोधपुर-जैसलमेर रेल लाइन मीटरगेज की थी, तब यहां रात्रिकालीन ट्रेनों का ठहराव होता था, लेकिन रेललाइन ब्रॉडगेज होने के बाद तिंवरी में रात्रिकालीन ट्रेनों का ठहराव बंद कर देने से लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रात्रि रेलों का ठहराव नहीं होने से व्यापारी वर्ग भी परेशान है। व्यापारियों को जोधपुर शहर में कामकाज संपन्न करने में देरी हो जाती है, ऐसे में साधन के अभाव में परेशानी होती है।
रात्रि में जोधपुर से तिंवरी पहुंचने का कोई साधन उपलब्ध नहीं होने से क्षेत्र के लोगों को तिंवरी पहुंचने में परेशानी होती है। आज से २३ वर्ष पूर्व जोधपुर-जैसलमेर रेल लाइन मीटरगेज की थी, तब यहां रात्रिकालीन ट्रेनों का ठहराव होता था, लेकिन रेललाइन ब्रॉडगेज होने के बाद तिंवरी में रात्रिकालीन ट्रेनों का ठहराव बंद कर देने से लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रात्रि रेलों का ठहराव नहीं होने से व्यापारी वर्ग भी परेशान है। व्यापारियों को जोधपुर शहर में कामकाज संपन्न करने में देरी हो जाती है, ऐसे में साधन के अभाव में परेशानी होती है।