मजबूत होगी अर्थव्यवस्था उद्योग जगत में जोधपुर सालाना २० हजार करोड़ कमाकर दे रहा है। वर्तमान में जोधपुर स्टेनलेस स्टील बर्तन से 5000 करोड़, हैण्डीक्राफ्ट से 1500 करोड़, टैक्सटाइल से 800 करोड़, पत्थर उद्योग से 300 करोड़, ऑइल मिलों से 200 करोड़ और ग्वारगम निर्यात 5000 करोड़ रुपए सालाना आय कर रहा है। रिफाइनरी भी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी।
रियल एस्टेट में आएगी गति
लम्बे समय से ठंडा पड़ा रियल एस्टेट कारोबार गति पकड़ेगा। पचपदरा व अन्य क्षेत्रों में देश के प्रमुख बिल्डरों ने जमीन तलाशना शुरू कर दिया है। एेसे में जोधपुर की जमीनों के दाम भी बढ़ेंगे। कॉर्पोरेट ऑफिस में कार्य करने वाले अधिकारियों के लिए आवासीय कॉलोनी भी यही बनने की संभावना है। जोधपुर ही क्यों रिफाइनरी के कार्पोरेट ऑफिस के जोधपुर के चयन के पीछे बड़ा कारण यह है कि यहां हर क्षेत्र में सुविधाएं उपलब्ध हैं। पश्चिमी राजस्थान में कार्य करने वाली ऑयल कम्पनियों के क्षेत्रीय कार्यालय जोधपुर में हैं। केयर्न का कार्यालय भी पोलो क्षेत्र में है।
जैसलमेर में कार्य कर रही ऑयल इंडिया लिमिटेड का पाली रोड पर व ओएनजीसी का मंडोर क्षेत्र में क्षेत्रीय कार्यालय है। एेसे में आपस में संपर्क मजबूत रहेगा। एयर कनेक्टिविटी भी प्रमुख कारण है। जमीन की उपलब्धता व अन्य सुविधा के साथ शिक्षा और चिकित्सा की सुविधा भी है। राजस्थान का दूसरा बड़ा शहर होने और साइट के नजदीक आदर्श व सुविधायुक्त क्षेत्र उपलब्ध होने के कारण जोधपुर को चुना गया।
सरकार ने मांगी है जमीन
राज्य सरकार से प्रस्ताव आया है। रिफाइनरी कार्यालय के लिए पांच बीघा जमीन मांगी है। नगर निगम ने गेंवा गोलासनी में जमीन चिन्हित की है। घनश्याम ओझा, महापौर
राज्य सरकार से प्रस्ताव आया है। रिफाइनरी कार्यालय के लिए पांच बीघा जमीन मांगी है। नगर निगम ने गेंवा गोलासनी में जमीन चिन्हित की है। घनश्याम ओझा, महापौर