पहले सत्र में पैरा स्पेशल फोर्सेस का इतिहास वीडियो के जरिए बताया गया। इसके पश्चात् पैरा स्पेशल फोर्सेस के कमान अधिकारी कर्नल विक्रांत पराशर ने कैडेट के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्हें भविष्य में भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित किया। इस सत्र में कैडेट का जोश और सहभागिता देखने को मिली। उनके सभी सवालों के जवाब दिए गए। तत्पश्चात राजस्थान निदेशालय के उपनिदेशक एयर कमोडोर एल. के. जैन ने कर्नल विक्रांत पराशर को मोमेंटो प्रदान किया। अगले सत्र में कोर ऑफ ई. एम. ई. के अधिकारी ने ड्रॉन तकनीक पर पावर प्वाइंट प्रस्तुति दी गई। इस सत्र में ड्रॉन के विभिन्न भागों, इलेक्ट्रिक उपकरणों आदि के बारे में अवगत कराया गया। कैडेट को एस. एस. बी. स्क्रीनिंग प्रक्रिया की जानकारी भी दी गई।
मॉडल में दिखाया हुनर शुक्रवार को एयरोमॉडलिंग प्रतियोगिता हुई, जिसमें सभी 16 निदेशालय के चयनित कैडेट ने रेडियो कंट्रोल एयरो मॉडल का प्रदर्शन किया। इस दौरान कैडेट ने भविष्य के सपने बुने। बेहतरीन मॉडल सराहे गए। युवाओं ने मॉडल प्रदर्शन में अपना हुनर दिखाया।
संस्कृतियों का संगम शिविर में कई राज्यों के युवा हिस्सा ले रहे हैं। वे शिविर में एक-दूसरे राज्य की संस्कृति से भी रूबरू हो रहे हैं। राजस्थानी संस्कृति और परम्परा जानने का भी उन्हें अवसर मिला है।