पारिवारिक रंजिश के चलते बासनी थानान्तर्गत सांगरिया फांटा के पास गोलियों से भूनकर एक युवक की हत्या के लिए सिर्फ दस लाख रुपए में ही सुपारी नहीं दी गई थी बल्कि शूटर सहित तीनों आरोपियों की कोर्ट से जमानत करवाने का जिम्मा भी लिया गया था। सुपारी देने वाले ने कोर्ट व वकील का पूरा खर्चा उठाने का भी भरोसा दिलाया था। तीनों आरोपियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पश्चिम निशांत भारद्वाज ने बताया कि प्रकरण में बालोतरा जिले के कुड़ीपटाऊ गांव निवासी अनिल कुमार उर्फ अनिल गोदारा, पाली में इन्द्रा कॉलोनी निवासी मोहम्मद आसिफ (27) और भानू सिसोदिया (25) को पंजाब की पटियाला जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करके जोधपुर लाया गया था। कोर्ट में पेश करने पर आरोपियों को रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए थे।
आमने-सामने पूछताछ में आरोपियों से कई खुलासे हुए। मूलत: खेड़ी हाल महादेव नगर निवासी जितेन्द्र बिश्नोई गत 18 जनवरी को अपने भाई अनिल लेगा की हत्या का बदला लेना चाहता था। इसके लिए उसने भानू सिसोदिया से 70 हजार रुपए में मध्यप्रदेश से दो हथियार मंगवाए थे। इसमें एक .32 ऑटोमैटिक केलिबर पिस्तौल भी थी।