थानाधिकारी चुन्नीलाल ने बताया कि
पाली जिले में खिंवाड़ा थानान्तर्गत घेनड़ी गांव निवासी संतोष कंवर (40) पत्नी गोविंदसिंह राजपुरोहित बुधवार को अपने पुत्र हनी सिंह (13) व पुत्री दिव्या (17) के साथ बाड़ा गांव में पिता राजूसिंह के घर धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आई थी। तब से वो पीहर में ही थी।
वह सुबह कपड़े धोने के लिए खेत पर बनी डिग्गी के पास गई थी। पुत्र हनीसिंह नहाने के लिए डिग्गी पर चढ़ा, जहां प्लास्टिक का तिरपाल बिछा होने से पांव फिसला और पानी में जा गिरा। चिल्लाने की आवाज सुन बहन दिव्या उसे बचाने डिग्गी में कूदी। कपड़े धो रही मां भी दोनों बच्चों को बचाने के लिए डिग्गी में कूद गई।
यह देख डिग्गी के पास खड़ा संतोष का भतीजा घबरा गया। वह मदद के लिए जोर-जोर से चिल्लाने लगा। चंद कदम दूरी पर खेड़ी सालवा गांव का रेलवे स्टेशन है, जहां ट्रेन खड़ी थी और आस-पास के ग्रामीण मौजूद थे। 50-60 ग्रामीण मदद के लिए दौड़े। रस्से की मदद से तीनों को बाहर निकाला। गंभीर हालत में पीपाड़ शहर के राजकीय अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वृत्ताधिकारी (बिलाड़ा) गोमाराम व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की। मर्ग दर्ज करने के बाद पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजन को सौंपे गए।
मुम्बई में काम करता है पिता
मृतका संतोष कंवर के पति गोविंद सिंह मुम्बई में काम करते हैं। उनकी एक और पुत्री भी है। जो जोधपुर में आरएएस परीक्षा की तैयारी कर रही है। तीनों के शव घनेड़ी गांव ले जाए गए हैं, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।