विशेष बात यह भी रही कि बंगाल की खाड़ी के समानांतर अरब सागर की शाखा भी सक्रिय रही, जिसके कारण थार मरुस्थल ने अत्यधिक बारिश प्राप्त की। मानसून ने 30 मई को केरल और 25 जून को राजस्थान में प्रवेश लिया। 2 जुलाई तक पूरे देश में छा गया। इन चार महीनों के दौरान मानसून में एक बार भी ब्रेक नहीं हुआ। इस साल 25 सितम्बर तक देश के सर्वाधिक बारिश प्राप्त करने वाले टॉप-5 जिले में जैसलमेर शामिल हो गया। पश्चिमी राजस्थान यानी मरुस्थल के 10 जिलों के केवल जालोर (सामान्य बारिश) को छोड़कर सभी 9 जिलों में भारी बारिश (अधिक व बहुत अधिक) प्राप्त हुई।
24 जिलों में आज बारिश का अलर्ट
प्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं। एक ओर जहां पश्चिमी राजस्थान से मानसून की विदाई हो रही है और तापमान बढ़ रहा है। वहीं, पूर्वी राजस्थान में बारिश का अलर्ट जारी है। मौसम केन्द्र के अनुसार शुक्रवार को 24 जिलोें में बारिश का अलर्ट जारी किया है। गुरुवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। बांसवाड़ा, भरतपुर, सलूम्बर में एक इंच तक बारिश हुई। मानसून ब्रेक नहीं होने से पूर्वी मैदान ने कम बारिश प्राप्त की। इसके अलावा इस साल बंगाल की खाड़ी के साथ अरब सागर की शाखा से भी लगातार नमी मिलती रही, जिसके कारण राजस्थान में अधिक बारिश हुई।
- राधेश्याम शर्मा, निदेशक, मौसम विभाग जयपुर
यह भी पढ़ें