Jodhpur Violence : राजस्थान के जोधपुर में अति संवेदनशील माने जाने वाले सूरसागर में देर रात भड़की हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। सूरसागर के मचे बवाल के बाद पुलिस ने देर रात सख्ती दिखाते हुए हालात पर काबू पाया है। वहीं, इस मामले में पुलिस ने अब बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने करीब 200 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही दंगा भड़काने वाले 45 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इधर, सूरसागर में सुबह से ही तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।
बता दें कि सूरसागर में ईदगाह की दीवार से गेट निकालने को लेकर विवाद और फिर शांति के बाद शुक्रवार रात गुस्साए लोगों ने अचानक पथराव कर दिया गया। एक दुकान और ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। जीप में भी तोड़फोड़ की गई। पथराव से एक थानाधिकारी घायल हो गया। जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को खदेड़ा और 4-5 राउंड आंसू गैस के गोले भी छोड़े। हिंसा के बाद भारी पुलिस व आरएसी तैनात की गई है। ऐसे में देर रात स्थिति नियंत्रण में कर ली थी, लेकिन तनाव अभी बना हुआ है।
पुलिस की ड्रोन से सूरसागर पर नजर
जोधपुर पुलिस कमिश्नर राजेन्द्रसिंह ने बताया कि सूरसागर में अब स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस की टीमें लगातार इलाके में गश्त कर रही है। डीसीपी आलोक श्रीवास्तव और शरद चौधरी हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है। ड्रोन के जरिए भी पुलिस की सूरसागर पर नजर है। पुलिस की टीमें अलग-अलग क्षेत्र में रात से ही मार्च कर रही है।
ये है पूरा मामला
सूरसागर में राजाराम सर्कल के पास ईदगाह के पिछले हिस्से की दीवार से दो गेट निकालने का कार्य शुरू होने पर शुक्रवार शाम विवाद हो गया। एक पक्ष विरोध में उतर आया। दूसरे पक्ष से भी लोग जमा हो गए। इससे एकबारगी तनाव के हालात हो गए। पुलिस की समझाइश के बाद गेट बंद करने पर सहमति जताई गई। लेकिन, रात करीब 10.15 बजे व्यापारियों का मोहल्ला में 10-12 युवकों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया। जिससे हड़कंप मच गया। दूसरे गुट से भी पथराव किया जाने लगा।
एक गुट के लोगों ने रईस की झाड़ू व घास-पट्टी की दुकान में आग लगा दी। दुकान व उसमें रखा पूरा माल जल गया। दमकलें बुलाकर आग बुझाई गई। लपटों से मकान का गेट भी जल गया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उत्पात करने वालों को खदेड़ा। लेकिन, बदमाशों ने भागते-भागते-सुभाष चौक क्षेत्र में सड़क किनारे खड़े ट्रैक्टर को आग लगा दी और एक जीप में तोड़फोड़ की। सूचना पर पुलिस उपायुक्त शरद चौधरी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को खदेड़ दिया था।