दर्शकों में टाइगर जोड़ा, पैंथर-लायन परिवार दर्शकों की सर्वाधिक पसंद बने हैं। मारवाड़ के प्रथम पारिस्थितिकीय चेतना केन्द्र के रूप में 32.43 करोड़ की लागत से निर्मित माचिया जैविक उद्यान में वन्यजीवों का सतरंगी संसार सजाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। पार्क विकास फेज-2 में 16 करोड़ रुपए का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है। व्यू पाइंट और रैस्टिंग शैल्टर्स का निर्माण , वन्यजीवों को निहारने के लिए 6 वाच टावर का निर्माण तथा देश विदेश के शोधार्थियों के लिए रिसर्च हॉस्टल का निर्माण कार्य शामिल है। पार्क परिसर में स्थित माचिया किले सहित विभिन्न तालाबों, एनिकटों, व्यू पॉइन्ट्स व नेचर ट्रेल्स को योजनाबद्ध तरीके से विकसित किया गया तो माचिया जैविक उद्यान प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ ईको टूरिज्म स्थल बन जाएगा।
व्हाइट टाइगर लाने की तैयारी
आरएसआरडीसी अधिकारियों को माचिया जैविक उद्यान में दर्शक सुविधाएं बढ़ाने का आग्रह किया है। माचिया फेज-2 का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जा चुका है। सफेद टाइगर के अलावा थार के नए आकर्षक वन्यजीव भी लाए जाएंगे। माचिया में दर्शकों उपलब्ध कराई गई तमाम आवश्यक सुविधाओं को अपग्रेड किया जा रहा है।
आरएसआरडीसी अधिकारियों को माचिया जैविक उद्यान में दर्शक सुविधाएं बढ़ाने का आग्रह किया है। माचिया फेज-2 का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जा चुका है। सफेद टाइगर के अलावा थार के नए आकर्षक वन्यजीव भी लाए जाएंगे। माचिया में दर्शकों उपलब्ध कराई गई तमाम आवश्यक सुविधाओं को अपग्रेड किया जा रहा है।
जयकिशन जाट , उपवन संरक्षक वन्यजीव