जोधपुर. ‘विवि में हर वर्ष चुनाव होते हैं, छात्रनेताओं के समर्थन में स्टूडेंट अपने पसंद के उम्मीदवार का दिल खोलकर समर्थन करता है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद ऐसे छात्रनेता स्टूडेंट्स से किए गए वादे भूल जाते हैं। स्टूडेंट हित में कार्य करना तो दूर अपने कार्यालयों से भी बाहर नहीं आते हैं।’ कुछ ऐसी ही पीड़ा है जयनारायण व्यास विवि नया परिसर में पढऩे वाले स्टूडेंट्स की। ‘पत्रिका टीम’ ने मंगलवार को विवि के स्टूडेंट्स से छात्रनेताओं के चुनावी मुद्दे को लेकर बात की तो उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखें व विवि की समस्याएं गिनाई। चर्चा में मोती धतरवाल, कार्तिकेय धोलिया, महेश चौधरी, डूंगरराम जाणी, चंद्रप्रकाश चौधरी, बलराम विश्नोई, हरेंद्र व महेंद्र सहित कई स्टूडेंटृस ने अपने विचार रखे।
चुनाव की आड़ में प्रभावित हो रही पढ़ाई
विवि में इन दिनों अगस्त माह में होने वाले छात्रसंघ चुनावों को लेकर विश्वविद्यालयों में इन दिनों चुनावी रंग में नजर आने लगा है। छात्रनेताओं के समर्थन में जहां प्रचार-प्रसार का जोर चल रहा है, वहीं छात्रनेता भी स्टूडेंट्स से मिलकर उन्हें वोट एंड सपोर्ट मांग रहे हैं। इसके चलते विवि में आने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
विवि में इन दिनों अगस्त माह में होने वाले छात्रसंघ चुनावों को लेकर विश्वविद्यालयों में इन दिनों चुनावी रंग में नजर आने लगा है। छात्रनेताओं के समर्थन में जहां प्रचार-प्रसार का जोर चल रहा है, वहीं छात्रनेता भी स्टूडेंट्स से मिलकर उन्हें वोट एंड सपोर्ट मांग रहे हैं। इसके चलते विवि में आने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
हाल ए विवि- -परिसर में लगी लाइब्रेरी के कैमरे 18 मई से बंद हैं। सूचना के बावजूद विवि प्रशासन ठीक नहीं करवा रहा। – कक्षाओं में लगे फर्नीचर की हालात भी खस्ता, विवि भी कई जगहों पर जर्जर अवस्था में।
– विवि में कैंटीन नहीं होने से खाने के लिए दो किमी दूर जाना पड़ता है।
– विवि में कैंटीन नहीं होने से खाने के लिए दो किमी दूर जाना पड़ता है।
-कैंपस में वाईफाई जोन नहीं, पिछले चुनाव में यह मुद्दा था।
-बिना आइकार्ड के ही विवि में प्रवेश दिए जाने से सुरक्षा का खतरा। -नियमित कक्षाएं नहीं लगती, कई कक्षाओं में गुरुजी नजर नहीं आते।
-छात्रों के अनुसार यहां स्पोर्टस का ट्रायल नहीं हो रहा।
-बिना आइकार्ड के ही विवि में प्रवेश दिए जाने से सुरक्षा का खतरा। -नियमित कक्षाएं नहीं लगती, कई कक्षाओं में गुरुजी नजर नहीं आते।
-छात्रों के अनुसार यहां स्पोर्टस का ट्रायल नहीं हो रहा।
-विवि में स्टूडेंट्स के लिए बनाए शौचालय के हाल बदहाल