योग का क्रेज सनसिटी में पहाड़ों पर भी हो चला है। पहले टे्रकिंग के साथ योग हमने देखा, लेकिन इस बार कई युवाओं इस दिन को सेलिब्रेट करने और स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पांच से सात दिन के निशुल्क शिविर भी लगा रहे हैं।
ऐसी ही एक संस्थान ट्रेक ऑन ड्रीम्स है। संतोषी माता मंदिर की पहाड़ी पर यह योगा से ही होगा मुहीम शुरू की गई। इसका सोशल मीडिया पर प्रसार भी किया गया। संस्था के फाउंडर सदस्य शैलेश भूरानी और वर्षा भाटी ने बताया कि हर रविवार को ट्रेकिंग के साथ तो करवाते ही है, लेकिन जोधपुर में बढ़ता योग का क्रेज इस विशेष शिविर करने पर भी मजबूर कर रहा है। योग प्रशिक्षक पायल जैन युवाओं को योग सिखाती हैं और उसकी बारीकियां भी बताती हैं। मेहुल अरोड़ा, दीपांशु दाधीच और लोकेन्दर सिंह भी इसमें सहयोग कर रहे हैं।
हाइकिंग-ट्रेकिंग का क्रेज
शहर में कई गु्रप है जो कि हाइकिंग व ट्रेकिंग करवाते हैं। यह सेहत के लिए जागरूकता फैलाने में काफी मददगार है। साथ ही पहाड़ों पर ध्यान योग भी करवाते हैं। ट्रेक ऑन ड्रीम्स के शैलेश के अनुसार पिछले साल कोरोना की पहली लहर के समय यह गु्रप शुरू किया था, जिसके प्रति शहरवासियो का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है।
ऐसी ही एक संस्थान ट्रेक ऑन ड्रीम्स है। संतोषी माता मंदिर की पहाड़ी पर यह योगा से ही होगा मुहीम शुरू की गई। इसका सोशल मीडिया पर प्रसार भी किया गया। संस्था के फाउंडर सदस्य शैलेश भूरानी और वर्षा भाटी ने बताया कि हर रविवार को ट्रेकिंग के साथ तो करवाते ही है, लेकिन जोधपुर में बढ़ता योग का क्रेज इस विशेष शिविर करने पर भी मजबूर कर रहा है। योग प्रशिक्षक पायल जैन युवाओं को योग सिखाती हैं और उसकी बारीकियां भी बताती हैं। मेहुल अरोड़ा, दीपांशु दाधीच और लोकेन्दर सिंह भी इसमें सहयोग कर रहे हैं।
हाइकिंग-ट्रेकिंग का क्रेज
शहर में कई गु्रप है जो कि हाइकिंग व ट्रेकिंग करवाते हैं। यह सेहत के लिए जागरूकता फैलाने में काफी मददगार है। साथ ही पहाड़ों पर ध्यान योग भी करवाते हैं। ट्रेक ऑन ड्रीम्स के शैलेश के अनुसार पिछले साल कोरोना की पहली लहर के समय यह गु्रप शुरू किया था, जिसके प्रति शहरवासियो का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है।