भारत और फ्रांस के बीच शक्ति युद्धाभ्यास की शुरुआत वर्ष 2011 में हुई थी। यह एक द्विवार्षिक एक्सरसाइज है, जिससे भारत और फ्र ांस में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है। एक्सरसाइज शक्ति महाजन फ ील्ड फ ायरिंग रेंज के विदेशी प्रशिक्षण नोड में आयोजित किया जाएगा। भारत की सप्तशक्ति कमान की सिख रेजिमेंट की एक टुकड़ी इस एक्सरसाइज में भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व करेगी। फ्र ांसीसी सेना का प्रतिनिधित्व फ्र ांसीसी सेना के 6 वें बख्तरबंद ब्रिगेड की इक्सवीं समुद्री इन्फेंट्री रेजिमेंट के सैनिकों द्वारा किया जाएगा।
यह एक्सरसाइज संयुक्त राष्ट्र के दिशा निर्देशानुसार रेगिस्तानी इलाके में काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन पर केंद्रित होगी। इसमें मुख्य रूप से उच्च स्तर की शारीरिक क्षमता, सामरिक स्तर पर अभ्यास को सांझा करने और एक-दूसरे के हुनर को सीखने पर केंद्रित होगी। इसका उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच समझ, सहयोग और अन्तरसंक्रियता को बढ़ाना है। शक्ति का समापन 36 घंटे लम्बी एक्सरसाइज के साथ होगा, जिसमें एक गांव में छिपे आतंकवादियों को तलाश कर मार गिराया जाएगा। इसके लिए फायरिंग रेंज में एक गांव भी बना जाएगा, जहां सभी उपकरण और संसाधन इस्तेमाल किए जाएंगे। युद्धभ्यास में आधुनिक हथियारों का भी इस्तेमाल होगा।
सारंग हेलीकॉप्टर्स का ऐरोबेटिक डिस्पले आज से
वायुसेना की सारंग हेलीकॉप्टर्स टीम का दो दिवसीय एयरोबेटिक डिस्पले शुक्रवार से एयरफोर्स स्टेशन पर शुरू होगा। पहले दिन कॉलेज और स्कूली विद्यार्थियों को सारंग टीम विभिन्न करतब दिखाएगी। शनिवार को मीडियाकर्मियों और विशिष्ट लोगों के लिए ऐरोबेटिक डिस्पले होगा। सारंग टीम में शामिल 4 हेलीकॉप्टर्स सुबह नौ बजे से मैनुवर बनाते हुए फ्लाई करेंगे। करीब एक घण्टे के इस डिस्पले में वायुसेना के पायलट हेलीकॉप्टर के साथ कई प्रकार के हैरतअंगेज कारनामे दिखाएंगे। स्पीड, टर्निंग व टाइम का बैलेंस देखने को मिलेगा। टीम का नेृतत्व ग्रुप केप्टन एसए गडरे करेंगे। सारंग टीम के साथ सुखोई-30 लड़ाकू विमान भी कई मैनुवर करेगा। सारंग टीम का जोधपुर में चार साल डिस्प्ले होगा।