गहलोत सरकार को बड़ा झटका, राजस्थान हाईकोर्ट ने 50 हजार नियुक्ति पर लगाई रोक
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र तीव्र होकर गुरुवार को सुस्पष्ट कम दबाव का क्षेत्र (वेल मार्क लॉ) बन गया है। इसके आगामी 2 दिनों में उड़ीसा-छत्तीसगढ़ की तरफ आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है। मानसून ट्रफ लाइन भी बीकानेर से होकर गुजर रही है। इससे पूर्वी राजस्थान में जहां कहीं-कहीं भारी बारिश होगी, वहीं पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर व बीकानेर संभाग के कुछ भागों में आगामी 4-5 दिनों तक बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। इस दौरान कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार कोटा और उदयपुर संभाग में 15 से 18 सितंबर के बीच कुछ जगह भारी बारिश होने के आसार हैं।IMD Heavy Rain Alert: फिर रफ्तार पकड़ेगा मानसून, यहां होगी भारी बारिश, बंगाल की खाड़ी में बना ऐसा तंत्र
प्रदेश में अब केवल 4 प्रतिशत अधिक बारिशपूरा अगस्त महीना और आधा सितम्बर लगभग सूखा ही बीता था। इस कारण दुगुनी से अधिक बारिश का आधिक्य घटकर अब केवल 4 प्रतिशत ही रह गया है। 1 जून से लेकर 14 सितम्बर तक प्रदेश में बरसात का सामान्य औसत 416 मिमी है, जबकि अब तक 433.6 मिमी बारिश हुई है। प्रदेश के 33 जिलों में से 17 जिलों में वर्तमान में औसत से कम बारिश हुई है। चूरू और हनुमानगढ़ को छोडक़र शेष जिले पूर्वी राजस्थान के है। इसमें उदयपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, प्रतापगढ़, कोटा, झालावाड़, जयपुर, डूंगरपुर, चित्तौडग़ढ़, बूंदी, भीलवाड़ा, बारां, बांसवाड़ा और अलवर शामिल है।