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मोबाइल पर मैसेज आया तो उड़े होश कर्मचारियों ने बताया कि जोधपुर के भारत हॉस्पिटल की टीम गत दिनों पीपाड़ सिटी पहुंची। यहां जलदाय भवन में सरकारी कर्मचारियों की निशुल्क स्वास्थ्य जांच बता कर उनके ब्लड के सैम्पल संग्रहित किए। इसी दौरान टीम ने संबंधित कर्मचारियों से उनके आरजीएचएस नंबर भी लिए। फ्री समझ कर कराई गई जांचों के भुगतान का जब मैसेज कर्मचारियों के पास आया तो उनके होश उड़ गए। निजी अस्पताल ने जब राशि उठा ली तो उसका एक कार्मिक सभी कर्मचारियों की जांच फाइल लेकर पीपाड़सिटी पहुंचा। फाइल में भुगतान के बिल देख कर कर्मचारी आक्रोशित हो उठे।
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प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जलदाय विभाग से जुड़े कर्मचारियों ने इस मामले में शुक्रवार को उपजिला कलक्टर मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा। स्वास्थ्य जांच के नाम पर धोखाधड़ी के मामले को गम्भीरता से लेते हुए उप जिला कलक्टर ने पूरा मामला कलक्टर के संज्ञान में लाने और राहत दिलाने का आश्वासन दिया।बताया जाता है कि इस निजी अस्पताल की टीम ने पहले भी पंचायतराज, शिक्षा,पुलिस सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों के भी शिविर लगाए थे। इनमें भी योजना मद से राशि का भुगतान उठा लिया था। ताजा प्रकरण के बाद अन्य विभागीय कर्मचारी भी सामने आए हैं।
नि:शुल्क जांच बता कर कर्मचारियों की बिना सहमति और बिना आवश्यकता के अन्य जांच कर भुगतान उठाना मरीज के साथ धोखाधड़ी है। – सुरेश सांखला, जिलाध्यक्ष, राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत),पीपाड़सिटी। हमने शुगर और बीपी की नि:शुल्क जांच बताई थी। हार्ट, लीवर, किडनी फंक्शनिंग जैसी अन्य जांचों की राशि नियमों के तहत आरजीएचएस के प्रावधानों के तहत प्राप्त की है।
डॉ प्रकाश चौधरी, निदेशक, भारत अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर, जोधपुर जलदाय कार्मिकों की शिकायत मिली है। इसे लेकर सीएमएचओ जोधपुर को जांच के निर्देश दिए हैं। कंचन राठौड़, उपजिला कलक्टर- पीपाड़ सिटी