हाथरस हादसे ने राजस्थान के मेहरानगढ़ में हुए हादसे की याद को ताजा कर दिया है। बता दें कि 30 सितंबर 2008 को जोधपुर के मेहरानगढ़ में दर्दनाक हादसा हुआ था। जिसमें 216 युवाओं की मौत हो गई थी और 400 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
मेहरानगढ़ हादसे को करीब 16 साल बीत चुके है। लेकिन, हाथरस हादसे ने साल 2008 के शारदीय नवरात्र के उस ‘अ-मंगल’ दिन की यादों को फिर से ताजा कर दिया। जब चामुंडा माता मंदिर में खूनी भगदड़ मची थी। नवरात्र स्थापना के दिन अल सुबह मंदिर के रास्ते में चहूं ओर शव ही शव देख हर किसी का दिल पसीज गया था।
भगदड़ में फंसे कुछ लोगों ने मेहरानगढ़ किले से नीचे लाने के दौरान दम तोड़ दिया था। अस्पतालों में शवों का अंबार लग गया था। मेहरानगढ़ दुखांतिका में 216 मृतकों में से एक भी शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था।