भगत की कोइीथानान्तर्गत गांधी कॉलाेनी में मकान के बाहर खड़ीएसयूवी को बाइक सवार तीन युवकों ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। इसमें रखे एक लाख रुपए व पचास हजार रुपए की हैण्डीक्राफ्ट सामान की डिजाइनें भी जल गईं। शीशे फटने से हुए धमाकों की आवाज सुनकर घरवाले व परिजन जागे और बाहर आकर आग बुझाई, लेकिन तब तक कार का काफी हिस्सा जल चुका था।
पुलिस के अनुसार गांधी कॉलोनी निवासी सिद्धार्थ मेहरा हैण्डीक्राफ्ट व्यवसायी हैं। वो रात ग्यारह बजे फैक्ट्री से घर लौटे और एसयूवी बाहर खड़ी कर अंदर चले गए थे। रात करीब एक बजे बाइक सवार तीन युवक आए। लाठी सरियों से लैस युवकों ने एसयूवी में तोड़-फोड़ शुरू कर दी। फिर युवकों ने कोई ज्वलनशील पदार्थ एसयूवी पर डाला और आग लगा दी। जिससे पूरी एसयूवी चपेट में आ गई और जलने लगी। शीशे फूटने की आवाज सुनकर पड़ोसी व परिजन बाहर आए। फायर ब्रिगेड भी बुलाई, लेकिन आस-पास के लोगों की मदद से पानी डालकर आग बुझाई गई। तब तक पूरी गाड़ी जलकर राख हो गई। व्यवसायी का आरोप है कि एसयूवी में फैक्ट्री श्रमिकों को भुगतान करने के लिए एक लाख रुपए और 50 हजार रुपए से तैयार करवाइहैण्डीक्राफ्ट की डिजाइन रखी थी, जो जल गई।