बर्ड फ्लू से बचाव का दिया प्रशिक्षण
टीम के साथ आए चार वैज्ञानिकों ने वन विभाग व वन्यजीव प्रेमियों को बर्ड फ्लू जैसी स्थिति से निपटने के लिए किए जाने वाले उपायों की जानकारी दी। उन्होंने सुरक्षा में लगी टीम को पक्षी प्रवास क्षेत्र में बर्ड फ्लू से आहत पक्षी को अन्य पक्षियों के समूह से अलग करने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन के सुगम व सरल उपाय सुझाए और प्रशिक्षण भी दिया। टीम ने बर्ड फ्लू के दौरान रेस्क्यू व अन्य बचाव की गतिविधियां करने के लिए पीपीई किट आवश्यक तौर पर पहनने, मॉस्क लगाने की भी हिदायत दी। पूणे से आई टीम दोपहर को वनविभाग की टीम को प्रशिक्षण देने और सैपल एकत्र करने के बाद वापिस लौट गई।
यह वीडियो भी देखें गौरतलब है कि गत दिसबर में एच5एन1 इन्लुएन्जा संक्रमण से कुरजां की मौत के बाद से फलोदी के प्रवासी पक्षी कुरजां के प्रवास स्थलों पर हाई अलर्ट है और गत बीस दिनों से अधिक समय से कुरजां के पड़ाव स्थलों पर मानवीय आवाजाही को पूरी तरह से बंद किया गया है। यहां इन्लुएन्जा संक्रमण की जांच के लिए पहले भोपाल से और अब पुणे से टीम आई है।