हाल ही में, 11 नवम्बर को मारवाड़ जंक्शन से जोधपुर के बीच वार्षिक निरीक्षण कर जोधपुर आए उत्तर पश्चिम रेलवे जोन के महाप्रबंधक विजय शर्मा ने भी दोहरीकरण कार्य लक्ष्य अनुसार समय पर पूरा होने के संकेत दिए थे। शर्मा ने बताया था कि दोहरीकरण के तहत जहां पीपाड़ से राइकाबाग तक कार्य प्रगति पर है, जिसे मार्च 2023 तक पूरा करवा लिया जाएगा। फुलेरा-राइकाबाग रेलखंड की कुल लम्बाई 254 किलोमीटर है तथा इस प्रोजेक्ट पर करीब 1510 करोड़ पर खर्च हो रहे है।
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यह होगा फायदा
जोधपुर मंडल में रेल दोहरीकरण पूरा होने के बाद ट्रेनों के संचालन समय में कमी आएगी।
क्रॉसिंग में लगने वाले समय में बचत होगी।
सवारी गाड़ियां समय पर अपने गंतव्य स्थल को पहुंचेगी।
मालगाड़ियों का संचालन सुगम होगा और निर्धारित स्टेशन तक जल्दी पहुंच सकेगी।
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इन रेलखंडों पर पूरा हुआ दोहरीकरण कार्य
82.02 किमी बोरावड-मेड़ता रोड खंड पर।
26 किमी द्वितीय खंड में मेड़ता रोड से खारिया खंगार पर।
20 किमी बोरावड़ से कुचामन सिटी तक।
30 किमी खारिया खंगार से पीपाड़ रोड तक।
यहां चल रहा काम
50 किमी कुचामन सिटी से फुलेरा खंड पर।
44 किमी पीपाड़ से राइकाबाग तक।
दोहरीकरण कार्य पूरा हो जाने से न केवल ट्रेनों की संचालन अवधि कम होंगी व ट्रेनें समय पर गन्तव्य तक पहुंचेगी बल्कि पश्चिमी राजस्थान में औद्योगिक विकास की सम्भावनाएं बढ़ेगी। वहीं इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
– गीतिका पाण्डेय, मण्डल रेल प्रबंधक, जोधपुर