शेखावत ने कहा कि राजनीतिक टिप्पणियां करने से पहले अपने पांच साल में किस तरह के हालात थे? किस तरह से राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार कई गुना बढ़े थे? पेपरलीक के बारे में मैंने पहले भी कहा था। जिस आदमी की सरकार होते हुए राजस्थान में पेपरलीक के मामले में इतनी सारी घटनाएं हुईं। लगातार वो खुद आगे बढ़कर क्लीन चिट देते रहे। कहते रहे कि न इसमें सरकारी अधिकारी शामिल है, न राजनेता या कर्मचारी शामिल हैं, इस तरह की टिप्पणियां करते रहे।
शेखावत ने कहा कि आज जब हकीकत सामने आ रही है, तब बौखलाए हुए हैं। इस तरह के बयान देते हैं, लेकिन राजस्थान की जनता ने पिछले 5 साल का उनके शासनकाल के उस कुराज को देखा है। वो अच्छी तरह से जानती और पहचानती है। उनके बयान उनकी खिसियाहट दिखलाते हैं।