जोधपुर शहर को न्यू रायपुर एवं न्यू इन्दौर की तर्ज पर विकसित करने के लिए जोनल सेक्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। इस संबंध में पूर्व में हाईकोर्ट ने भी दिशा-निर्देश दिए थे। शहर में पहली बार सेक्टर या जोनल मास्टर प्लान बन रहा है। हालांकि अभी ड्राफ्ट तैयार होने के बाद उस पर आपत्तियां मांगी जाएगी। इससे पहले अलग-अलग वर्ग के साथ प्रजेंटेशन भी होगा। यह जोनल प्लान वर्ष 2031 को ध्यान में रखते हुए बनाए जा रहे हैं। मंगलवार को हुई बैठक में जेडीए आयुक्त दुर्गेश कुमार बिस्सा, प्राधिकरण सचिव अरूण कुमार पुरोहित, कलक्टर प्रतिनिधि के रूप में महिपाल कुमार एडीएम द्वितीय, जिला प्रमुख जिला परिषद् पूनाराम चौधरी, आवासीय अभियन्ता, राजस्थान आवासन मण्डल अरूण कमल शर्मा, राजस्थान आवासन मण्डल के.एस चौधरी मुख्य अभियन्ता पीडब्ल्यूडी से जयसिंह चौधरी, एसई डिस्कॉम विजय किशन छंगाणी, एसई पीडब्ल्यूडी डीएस चौहान, एसटीपी एवं कार्यवाहक निदेशक आयोजना पीआर बेनिवाल मौजूद रहे।
यह किया गया है ड्राफ्ट में शामिल
-प्रत्येक जोन में मण्डोर गार्डन की तरह बड़े उद्यान होंगे। साथ ही गार्डन रूपी चौराहे विकसित किए जाएंगे।
– अन्तराष्ट्रीय स्तर के खेल मैदान, बस स्टैण्ड, नवीन सिविल एयरपोर्ट की संभावना तलाशी जाएगी।
– मुख्य मार्ग 200 फीट चौड़ा रखना प्रस्तावित है।
– अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, शिक्षण संस्थान, वाणिज्यिक एवं रहवासीय योजनाओं, विद्युत एवं जल संसाधन के लिए पर्याप्त परिक्षेत्र विकसित किया जाएगा।
– उद्योगों को देखते हुए ट्रांसपोर्ट नगर, ऑटोमोबाइल नगर का भूमि चिह्निकरण, मेला प्रदर्शनियों के लिए मैदान संरक्षित होंगे।
-प्रत्येक जोन में मण्डोर गार्डन की तरह बड़े उद्यान होंगे। साथ ही गार्डन रूपी चौराहे विकसित किए जाएंगे।
– अन्तराष्ट्रीय स्तर के खेल मैदान, बस स्टैण्ड, नवीन सिविल एयरपोर्ट की संभावना तलाशी जाएगी।
– मुख्य मार्ग 200 फीट चौड़ा रखना प्रस्तावित है।
– अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, शिक्षण संस्थान, वाणिज्यिक एवं रहवासीय योजनाओं, विद्युत एवं जल संसाधन के लिए पर्याप्त परिक्षेत्र विकसित किया जाएगा।
– उद्योगों को देखते हुए ट्रांसपोर्ट नगर, ऑटोमोबाइल नगर का भूमि चिह्निकरण, मेला प्रदर्शनियों के लिए मैदान संरक्षित होंगे।
पानी निकासी पर विशेष फोकस पानी निकासी सिस्टम पर विशेष फोकस किया है। बारिश पानी निकासी के साथ घरेलू अपशिष्ट निकासी पर ज्यादा ध्यान दिया गया है। वर्तमान में पूरे शहर का जो मास्टर प्लान तैयार किया गया है। उसमें ड्रेनेज मास्टर प्लान शामिल नहीं है और नगर निगम उस पर अलग से काम रहा है। इसी कारण शहर में थोड़ी सी बारिश में जल भराव की स्थिति हो जाती है।
32 गांव है पूर्वी जोन में
केन्द्र सरकार के उपक्रम वेप्कॉस से सभी जोन में सेक्टर प्लान बनाने का कार्य करवाया जा रहा है। प्रथम चरण में जेडीए द्वारा पूर्व जोन में स्थित 32 गांवों के 16 सेक्टर, 12 वार्ड का जोनल प्लान नगर नियोजन विभाग व यूडीपीएफआई की गाइडलाइन के अनुसार बनाया गया है। शहर में पाली रोड का बायां भाग और बनाड़ रोड का दायां भाग, शिकारगढ़ का कुछ क्षेत्र डिगाड़ी जैसे क्षेत्र इस जोन में आते हैं।
केन्द्र सरकार के उपक्रम वेप्कॉस से सभी जोन में सेक्टर प्लान बनाने का कार्य करवाया जा रहा है। प्रथम चरण में जेडीए द्वारा पूर्व जोन में स्थित 32 गांवों के 16 सेक्टर, 12 वार्ड का जोनल प्लान नगर नियोजन विभाग व यूडीपीएफआई की गाइडलाइन के अनुसार बनाया गया है। शहर में पाली रोड का बायां भाग और बनाड़ रोड का दायां भाग, शिकारगढ़ का कुछ क्षेत्र डिगाड़ी जैसे क्षेत्र इस जोन में आते हैं।
इन कार्यों को हरी झंडी बैठक में पहले जिन ओवरब्रिज का नामकरण किया गया है उनका अनुमोदन किया गया। बैठक में प्रो. राठौड़ द्वारा जेएनवीयू के मुख्य कार्यालय के द्वार पर शहीद भगतसिंह की प्रतिमा स्थापित करने तथा शहीद स्मारक के अन्दर बीच के स्थल को जोधपुर स्टेट फोर्सेस वॉर मेमोरियल के लिए चिन्हित करने का निर्णय लिया गया। योग एवं ध्यान शिविरों के लिए बरकतुल्ला खां स्टेडियम को न्यूनतम शुल्क पर उपलब्ध कराने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में वार्ड संख्या में चार दीवारी, सीसी सडक़ पेचर्व, फुटपाथ निर्माण सहित करीब 15 से ज्यादा काम स्वीकृत किए गए।
इनका कहना…
एक जोन का ड्राफ्ट प्लान तैयार हुआ है। हमनें प्रजेंटेशन देखा है, अन्य वर्गों को भी दिखाएंगे। इसके साथ ही तीन अन्य जोन का प्लान भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इस पर आमजन से आपत्तियां और सुझाव भी मांगे जाएंगे।
एक जोन का ड्राफ्ट प्लान तैयार हुआ है। हमनें प्रजेंटेशन देखा है, अन्य वर्गों को भी दिखाएंगे। इसके साथ ही तीन अन्य जोन का प्लान भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इस पर आमजन से आपत्तियां और सुझाव भी मांगे जाएंगे।
– डॉ. महेन्द्र राठौड़, अध्यक्ष, जेडीए