मौसम में अनुकूलता के चलते रायड़े की फसल में रोग व कीड़ों का प्रकोप नहीं के बराबर हुआ। जिसके चलते खेतों मे रायड़े की फसल लहलहाने लगी। खेतों में रायड़े की फसल इन दिनों बीज पकने की स्थिति में खड़ी है। रायड़ा की बुवाई के समय बाजार भाव 40 से 43 रुपए प्रति किलो के हिसाब से चल रहे थे।
ऐसे में किसानों में रायड़े की फसल को लेकर उत्साह नजर आया। इसी बीच सरकार ने रायड़े का समर्थन मूल्य भी बढ़ा दिया। भारतीय किसान संघ के नेता विनोद डागा ने बताया कि रायड़ा के बाजार भाव अभी कम हुए है, लेकिन सरकार समर्थन मूल्य पर शीघ्र खरीद शुरू करेगी तो किसानों को रायड़े का उचित मूल्य मिल पाएगा।