पुलिस के अनुसार ऑपरेशन तौबा के तहत स्मैक बेचने वाले ठिकानों की गुरुवार को तीसरे दिन भी तलाशी ली गई। इस दौरान जयपुर का एक युवक पकड़ में आया। तलाशी लेने पर उसके पास डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष का परिचय पत्र मिला। वह जयपुर का रहने वाला है। परिजन ने उसे डॉक्टर बनाने के लिए जोधपुर भेजा था। एमबीबीएस की डिग्री मिलने को सिर्फ छह महीने बाकी हैं, लेकिन वह स्मैक की दलदल में धंस चुका है। पुलिस ने उसे पकड़ा तो वह नशे में चूर था। वह स्मैक के लिए ही रातानाडा की बस्ती में आया था। वहीं पर उसने स्मैक पी ली थी।
एएसआइ चंचल प्रकाश व टीम ने उसके मिलने वाले सहपाठी को कॉल किया तो वह हताश लहजे में मित्र की जिंदगी बचाने के लिए विनती करने लग गया। उसने पुलिस से कहा कि किसी भी तरह उसके मित्र को डराओ। वरना स्मैक के चक्कर में उसका भविष्य पूरा खराब हो जाएगा।
एएसआइ चंचल प्रकाश व टीम ने उसके मिलने वाले सहपाठी को कॉल किया तो वह हताश लहजे में मित्र की जिंदगी बचाने के लिए विनती करने लग गया। उसने पुलिस से कहा कि किसी भी तरह उसके मित्र को डराओ। वरना स्मैक के चक्कर में उसका भविष्य पूरा खराब हो जाएगा।
स्मैक की एक पुड़ी के लिए मां की पायजेब बेचने पहुंचा
पुलिस ने एमबीबीएस छात्र ही नहीं अपितु दो इंजीनियर व एक शिक्षक को भी पकड़कर रातानाडा थाना पुलिस को सौंपा। वहीं, मणाई गांव का एक युवक भी पकड़ में आया। जो दो सौ रुपए स्मैक की एक पुड़ी के लिए अपनी मां के पांच-छह हजार रुपए के चांदी के जेवर तक बेचने आ गया था।
पुलिस ने एमबीबीएस छात्र ही नहीं अपितु दो इंजीनियर व एक शिक्षक को भी पकड़कर रातानाडा थाना पुलिस को सौंपा। वहीं, मणाई गांव का एक युवक भी पकड़ में आया। जो दो सौ रुपए स्मैक की एक पुड़ी के लिए अपनी मां के पांच-छह हजार रुपए के चांदी के जेवर तक बेचने आ गया था।
मिठाई व्यवसायी सहित नौ गिरफ्तार थानाधिकारी लीलाराम ने बताया कि ऑपरेशन तौबा के तहत 19 लोगों को पकड़ा गया। इनमें से नौ जनों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इनमें मिठाई व्यवसायी भी शामिल है। जिसकी औरंगाबाद में मिठाई की दुकान है। वह भी स्मैक के लिए दर-दर घूमते बस्ती में आया था। एमवी एक्ट में चालान कर नौ मोटरसाइकिल जब्त की गई है। वहीं फिटकासनी में भाखरीवाली ढाणियां निवासी प्रेम बाबल पुत्र ओमाराम बिश्नोई व पाली में मस्तान बाबा कॉलोनी निवासी सद्दाम हुसैन पुत्र सलीम खान गौरी को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया। अन्य को नशा न करने के लिए पाबंद कर परिजन या परिचितों के साथ भेजा गया।