जेडीए आयुक्त गौरव अग्रवाल ने बताया कि जोधपुर में पहली बार यह सम्मिट होने जा रही है। जेडीए इसमें होस्ट पार्टनर है। आगामी 27 सितम्बर इसकी तिथि नियत की गई है। इसके लिए देशभर के ऐसे विशेषज्ञों को बुलाया गया है जो कि सरकारी व निजी स्तर पर अरबन डवलपमेंट के प्रोजेक्ट में जुड़े रहे हों। जोधपुर के आने वाले कई प्रोजेक्ट के लिए यह सम्मिट सहायक साबित हो सकती है। साथ ही जोधपुर की ट्रैफिक और सोलिड वेस्ट मैनजमेंट जैसी समस्याओं के समाधान की राह भी दिखाई जाएगी।
कौन होंगे सम्मिट में शामिल
केन्द्र और अलग-अलग प्रदेशों की सरकारों के मंत्रियों को आमंत्रित किया जाएगा। केन्द्र व प्रदेश की सरकारों के ऐसे अधिकारी जो अरबन डवलपमेंट विभागों में या विशेष प्रोजेक्ट में काम कर चुके हैं वह शामिल होंगे। निजी सेक्टर की ऐसी कंपनियां जिनको अरबन सेक्टर में काम करने का अनुभव है उनके विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।
केन्द्र और अलग-अलग प्रदेशों की सरकारों के मंत्रियों को आमंत्रित किया जाएगा। केन्द्र व प्रदेश की सरकारों के ऐसे अधिकारी जो अरबन डवलपमेंट विभागों में या विशेष प्रोजेक्ट में काम कर चुके हैं वह शामिल होंगे। निजी सेक्टर की ऐसी कंपनियां जिनको अरबन सेक्टर में काम करने का अनुभव है उनके विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।
इन विषयों पर होगा मंथन – लोकल बॉडीज में नए फाइनेंस मॉडल को समझने पर व्याख्यान।
– शहर की ट्रेफिक समस्या समाधान के लिए मंथन।
– सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल के स्थाई समाधान पर भी विशेषज्ञ रखेंगे अपनी राय।
– शहरी विकास में नवाचार पर भी होगी चर्चा। जोधपुर से इन नवाचारों की शुरुआत हो सकती है।
– शहर की ट्रेफिक समस्या समाधान के लिए मंथन।
– सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल के स्थाई समाधान पर भी विशेषज्ञ रखेंगे अपनी राय।
– शहरी विकास में नवाचार पर भी होगी चर्चा। जोधपुर से इन नवाचारों की शुरुआत हो सकती है।
जोधपुर को ऐसे फायदा
जोधपुर के दो ऐसे प्रोजेक्ट जिनकी डीपीआर पर काम शुरू हो चुका है उन पर विचार-विमर्श को भी इस सम्मिट में शामिल किया गया है। ऐसे शहर जहां पहले से एलिवेटेड रोड व रिवर फ्रंट बने हुए हैं, वहां के अधिकारियों व निजी फर्म के साथ अलग से सेशन होगा। इससे दोनों प्रोजेक्ट का काम गुणवत्ता पूर्वक किया जा सके।
जोधपुर के दो ऐसे प्रोजेक्ट जिनकी डीपीआर पर काम शुरू हो चुका है उन पर विचार-विमर्श को भी इस सम्मिट में शामिल किया गया है। ऐसे शहर जहां पहले से एलिवेटेड रोड व रिवर फ्रंट बने हुए हैं, वहां के अधिकारियों व निजी फर्म के साथ अलग से सेशन होगा। इससे दोनों प्रोजेक्ट का काम गुणवत्ता पूर्वक किया जा सके।