7 लाख 21 हजार आएगा खर्च जोधपुर . घर-घर कचरा संग्रहण में फेल नगर निगम ने यह योजना ५ वर्ष बाद फिर से नए सिरे से शुरू की है। योजना का बुधवार को चार वार्ड से उद्घाटन हुआ। निगम ने इस बार अलग प्रयोग किया है। प्रायोगिक तौर पर पहले चार वार्ड में इस योजना की शुरुआत की गई। कांग्रेस बोर्ड के समय से बंद इस योजना के लिए वर्तमान बोर्ड ने कई बार निविदा मांगी, लेकिन कोई बड़ी कम्पनी आगे नहीं आई। इस पर निगम ने स्थानीय ठेकेदारों के साथ योजना की शुरुआत की। योजना के प्रथम फेज में निगम स्वयं खर्च उठाएगा।
चार वार्डों में हुई शुरुआत इस योजना की सूरसागर विधानसभा क्षेत्र में शुरुआत हुई। सुबह 11 बजे विधायक सूर्यकांता व्यास और भाजपा शहर जिलाध्यक्ष देवेंद्र जोशी की उपस्थिति में चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के १७ ई सेक्टर से वार्ड नंबर-3 के लिए यह योजना शुरू की। कार्यक्रम में पार्षद सीमा माथुर, सफ ाई समिति अध्यक्ष नंदकिशोर गहलोत, भंवर कंवर, लॉ समिति अध्यक्ष विश्वजीत जोशी, उप मुख्य सचेतक राकेश बागरेचा, पार्षद पायल जामनानी, कन्हैयालाल टैवानी, माणक प्रजापत, मंडल अध्यक्ष राजू संभवानी, एसई सुमनेश माथुर और सम्पत मेघवाल सहित भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
जीपीएस से जुडे़ होंगे वाहन कचरा संग्रहण के लिए चारों वार्डों में दो टै्रक्टर व एक टैक्सी चलाई गई हैं। यह वाहन जीपीएस सिस्टम से जुड़े होंगे, ताकि इनकी लोकेशन की जानकारी रहे। इन वाहनों पर निगम की योजनाओं व अभियान की टेप बजेगी, जिसकी धुन सुन कर लोगों को वाहन आने के बारे में पता चल जाएगा। क्षेत्र में कचरा उठाने का समय निर्धारित होगा। निर्धारित समय से पहले अगर कोई घर से बाहर है तो वह अपने घर का कचरा घर के बाहर छोड़ जाएगा, तब भी वाहन चालक वह उठा कर वाहन में डालेंगे। गीले व सूखे कचरे के लिए वाहन में अलग से कम्पार्टमेंट बने होंगे।
निगम तीन महीने स्वयं उठाएगा खर्च योजना शुरू होने के तीन माह तक नगर इसका खर्च स्वयं उठाएगा। आम जनता को इसके लिए शुरुआत के तीन महीने शुल्क नहीं चुकाना होगा। पहले चरण में चार वार्डों में शुरू होने वाले कचरा संग्रहण पर निगम ७ लाख २१ हजार रुपए खर्च करेगा। निगम तीन महीने बाद अपने स्तर पर राशि वसूल करेगा।
पहले दो बड़ी कम्पनियां हो चुकी हैं फेल घर-घर कचरा संग्रहण के लिए पूर्व में दो बड़ी कम्पनियों ने शहर में कार्य किया था, लेकिन दोनों ही फे ल रहीं। सन २००८ में कनक रिसोर्स मैनेजमेंट कम्पनी ने शहर में घर-घर कचरा संग्रहण कर केरू डम्पिंग स्टेशन तक ले जाने का ठेका लिया था। उसने यह कार्य स्थानीय लोगों को सबलेट किया, लेकिन वसूली की पूरी तरह मॉनिटङ्क्षरंग नहीं कर पाया। इसके चलते कम्पनी इस कार्य में फेल हो गई।
सन २०१२ में रामकी कम्पनी ने इस योजना का ठेका लिया, लेकिन वाहनों की मॉनिटरिंग न होने के कारण यह कम्पनी भी योजना ज्यादा दिन तक नहीं चला सकी।
सन २०१२ में रामकी कम्पनी ने इस योजना का ठेका लिया, लेकिन वाहनों की मॉनिटरिंग न होने के कारण यह कम्पनी भी योजना ज्यादा दिन तक नहीं चला सकी।
इस बार चार-चार वार्डों में अलग-अलग ठेका दिया जाएगा। इसकी शुरुआत ३,६,७ व ८ वार्डो में शुरू की गई है। निगम जीपीएस से वाहनों की मॉनिटङ्क्षरंग करेगा व वसूली भी स्वयं करेगा। अन्य ६१ वार्डों के लिए टेंडर लग चुके हैं। महीने के अंतिम दिनों में शेष वार्डों में योजना शुरू हो जाएगी।
इस बार घर-घर कचरा संग्रहण के लिए ग्रास रूट पर कार्य कर पूर्ण रूप से प्लान तैयार किया है। इस योजना के लिए क्लस्टर बना कर छोटे-छोटे टेंडर जारी किए हैं। इसके लिए पहले चरण में शहर के चार वार्डों में यह योजना शुरू की है। वार्ड नंबर 3, 6, 7 और ८ पहले लाभान्वित होंगे। अन्य ६१ वार्डों के लिए टेंडर लग चुके हैं। महीने के अंतिम दिनों में शेष वार्डों में योजना शुरू करने के प्रयास जारी हैं।
घनश्याम ओझा, महापौर, नगर निगम जोधपुर
घनश्याम ओझा, महापौर, नगर निगम जोधपुर