जोधपुर

5 साल में तीसरी बार ‘जला’ जोधपुर का सूरसागर, मामूली बात पर हुआ बवाल, फिर पथराव और आगजनी

Jodhpur Violence : ये पहली बार नहीं है जब जोधपुर में ऐसी तनाव की स्थिती बनी हो। बीते पांच साल में ये तीसरी घटना है।

जोधपुरJun 22, 2024 / 05:10 pm

Rakesh Mishra

Jodhpur Violence : जोधपुर के सूरसागर में ईदगाह की दीवार से गेट निकालने को लेकर शुक्रवार रात जमकर बवाल हुआ। पथराव के बाद एक दुकान और ट्रैक्टर को आग लगा दी गई। वहीं एक बोलेरो में तोड़-फोड़ की गई। पथराव में एक थानाधिकारी घायल हो गए। पुलिस को स्थिति संभालने के लिए 4-5 राउण्ड आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। भारी पुलिस व आरएसी तैनात की गई है। देर रात स्थिति नियंत्रण में कर ली गई, लेकिन भारी तनाव बना हुआ है। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब जोधपुर में ऐसी तनाव की स्थिती बनी हो। सूरसागर क्षेत्र में बीते पांच साल में ये तीसरी घटना है। इससे पहले अप्रेल 2019 और जून 2022 में भी सूरसागर में तनाव की स्थिति बनी थी।

युवक से मारपीट के बाद तनाव

जून 2022 में सूरसागर के राजाराम सर्कल के पास झगड़े में बीच बचाव करने वाले एक लड़के को कुछ युवकों ने पीट दिया था। इसके बाद क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया। दरअसल सर्कल के पास दुकानों के बाहर रात साढ़े आठ बजे कुछ युवक आपस में झगड़ रहे थे। पास की दुकान संचालक युवक ने बीच बचाव कर झगड़ा खत्म करने का प्रयास किया। इससे आपस में झगड़ रहे युवक आक्रोशित हो गए। गुस्साए कुछ लोगों ने वाटर कैंपर संचालक हर्ष गहलोत पर हमला कर दिया। कुछ ही दूरी पर तैनात पुलिस ने बीच बचाव किया और एक युवक को पकड़कर थाने ले आई, जबकि अन्य युवक भाग गए। मारपीट का पता लगते ही सर्कल के आस पास के लोग विरोध में उतर आए। मौके पर भीड़ जमा हो गई थी। इसके बाद पुलिस और आएसी का जाब्ता तैनात किया गया था।
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शोभायात्रा पर पथराव के बाद उपद्रव

अप्रेल 2019 में रामनवमी शोभायात्रा की समाप्ति के बाद सूरसागर के व्यापारियों का मोहल्ला में अचानक पथराव से बवाल हो गया था। घरों में पथराव किए गए थे। दुकान व वाहनों को आग लगा दी गई थी। कई लोग घायल हुए थे। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया था कि शोभायात्रा समापन के बाद शाम को रथ और झांकियां सूरसागर से लौट रही थीं। इस दौरान झांकियों पर पथराव हो गया। दरअसल बाइक सवार दो युवकों को पीटने के फुटेज पुलिस को देने का बदला लिया गया था। व्यापारियों का मोहल्ला में रहने वाले मनीष गहलोत के मकान में दीवारें फांदकर घुसे युवकों ने जमकर उत्पात करने के साथ ही पत्थर फेंके और दो दुपहिया वाहन व बच्चों की साइकिलें आग के हवाले कर दी। 1 दिसंबर 2017 की रात भी मोहल्ले में उत्पात के दौरान पथराव व वाहनों को आग लगाई गई थी। इस दौरान डॉ. विकास के मकान में जमकर पथराव हुआ था और कार जला दी गई थी।

परशुराम जंयती पर हुआ था बवाल

वहीं सूरसागर क्षेत्र से अलग दो मई 2022 को जोधपुर में परशुराम जयंती पर भी बवाल हुआ। इस दौरान जालोरी गेट चौराहे पर झंडे लगाए गए। देर रात ईद को लेकर समाज के लोगों ने भी इसी चौराहे पर झंडे लगाने की कोशिश की। इस दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए और पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागकर कर हालात काबू में किए। हालात बिगड़ने की सूचना पर पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी, करीब दस थानों की पुलिस, अतिरिक्त जाब्ता और आरएसी के जवान मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया गया था, लेकिन मामला लगातार बिगड़ता ही चला गया। इस पर पुलिस-प्रशासन ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा और हालात को संभाला। वहीं अगले दिन ईद की नमाज के बाद भी बवाल हुआ था। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा था। हालात को संभालने के लिए पुलिस को शहर के 10 क्षेत्रों में कर्फ्यू तक लगाना पड़ गया था।
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