यह भी पढ़ें
Monsoon Update: IMD का नया अपडेट, अब मानसून ने बदली चाल, अब इतने दिन नहीं होगी बारिश
मारवाड़ के जीरे की क्वालिटी बेस्ट
देश में राजस्थान, विशेषकर पश्चिमी राजस्थान व गुजरात में जीरा होता है। इनमें राजस्थान का जीरा क्वालिटी, खुशबू व रंग में श्रेष्ठ होता है, इस वजह से मारवाड़ के जीरे में विश्वभर में मांग रहती है।
यह भी पढ़ें
Monsoon Update: IMD का बड़ा अपडेट, अब 312 घंटों तक लगातार ऐसा बना रहेगा मौसम
अन्य मसालों के भाव भी तेजजहां काली मिर्च एक माह पहले करीब 600-650 रुपए प्रति किलो रिटेल में बिक रही थी, वह आज 850-900 रुपए प्रति किलो बिक रही है।
मसाले- रिटेल भाव प्रति किलो
काली मिर्च- 850-900
सौंफ- 400
मैथी- 90
राई- 120
हल्दी- 160
धनिया- 160
मिर्च- 360
अभी 250-300 बोरी जीरा प्रतिदिन आ रहा
जोधपुर में प्रदेश की सबसे बड़ी जीरा मंडी है। यहां सीजन में करीब 5 हजार से अधिक बोरी प्रतिदिन माल आता है। वहीं, अभी ऑफ सीजन में 250-300 बोरी प्रतिदिन जीरा आ रहा है।
-पुरुषोत्तम मूंदड़ा, अध्यक्ष, जोधपुर जीरा मंडी व्यापार संघ
जोधपुर में प्रदेश की सबसे बड़ी जीरा मंडी है। यहां सीजन में करीब 5 हजार से अधिक बोरी प्रतिदिन माल आता है। वहीं, अभी ऑफ सीजन में 250-300 बोरी प्रतिदिन जीरा आ रहा है।
-पुरुषोत्तम मूंदड़ा, अध्यक्ष, जोधपुर जीरा मंडी व्यापार संघ
डिमांड व सप्लाई में असंतुलन
माल स्टॉकिस्टों के पास स्टॉक किया हुआ है। बाजार में डिमांड व सप्लाई के बीच असंतुलन के कारण रिटेल भावों में तेजी बनी हुई है। जीरे की नई फसल आने पर भावों में कमी आने की उम्मीद है।
-विष्णु डागा, रिटेल व्यापारी
रसोई का बजट बिगड़ गया
जीरा महंगा होने की वजह से जीरे की जगह अब घरों में राई व अन्य मसालों का उपयोग करना पड़ रहा है, क्योंकि जीरे के भावों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है।
– रेशमबाला, नौकरी पेशा