एक हुए कमठा ठेकेदार-कारीगर
पाली रोड झालामंड स्थित प्रजापति छात्रावास में मारवाड़ कमठा ठेकेदार यूनियन की ओर से शहर के कमठा ठेकेदारों व कारीगरों की बैठक हुई। इसमें करीब 500-600 ठेकेदार शामिल हुए। ठेकेदार दयाल चकेनिया, ठेकेदार कालूराम प्रजापति, चंपालाल सांखला ने बताया कि बजरी माफिया की ओर से बजरी की आए दिन मनमानी रेट ली जा रही है। इसके विरोध में यूनियन की ओर से जब तक बजरी की दरें पूर्व की भांति नहीं ली जाएगी, तब तक जोधपुर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कमठे का काम पूरी तरह से बंद रखा जाएगा। इस दौरान श्रवण, रमन, खेराज, रूपाराम, किशोर, बालकिशन, जवरीलाल, प्रेम लिंबा , अब्दुल रसीद, ओम विश्नोई, भागीरथ चौधरी, जयसिंह, लूनाराम सूरसागर, सुखदेव मेघवाल सूरसागर सहित सैकड़ों कारीगर मौजूद थे। वहीं, भदवासिया क्षेत्र में कारीगरों-मजदूरों ने काम बंद रख प्रदर्शन किया।
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पाली रोड झालामंड स्थित प्रजापति छात्रावास में मारवाड़ कमठा ठेकेदार यूनियन की ओर से शहर के कमठा ठेकेदारों व कारीगरों की बैठक हुई। इसमें करीब 500-600 ठेकेदार शामिल हुए। ठेकेदार दयाल चकेनिया, ठेकेदार कालूराम प्रजापति, चंपालाल सांखला ने बताया कि बजरी माफिया की ओर से बजरी की आए दिन मनमानी रेट ली जा रही है। इसके विरोध में यूनियन की ओर से जब तक बजरी की दरें पूर्व की भांति नहीं ली जाएगी, तब तक जोधपुर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कमठे का काम पूरी तरह से बंद रखा जाएगा। इस दौरान श्रवण, रमन, खेराज, रूपाराम, किशोर, बालकिशन, जवरीलाल, प्रेम लिंबा , अब्दुल रसीद, ओम विश्नोई, भागीरथ चौधरी, जयसिंह, लूनाराम सूरसागर, सुखदेव मेघवाल सूरसागर सहित सैकड़ों कारीगर मौजूद थे। वहीं, भदवासिया क्षेत्र में कारीगरों-मजदूरों ने काम बंद रख प्रदर्शन किया।
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आम आदमी पर भार, मजदूरी प्रभावित जिन घरों में कमठा या निर्माण कार्य चल रहा है, बजरी की बेतहाशा दरें बढ़ने का भार उन्हीं पर सबसे ज्यादा पड़ रहा है। वहीं, कमठे का काम बंद होने से दैनिक मजदूरी पाने वाले मजदूर की मजदूरी भी प्रभावित हो रही है। बैठक में 30 जून तक कमठा का काम पूरी तरह से बंद रखने का निर्णय लिया। अगर इस दौरान कोई ठेकेदार काम शुरू करता है तो उसे जुर्माने के रूप में 51 हजार रुपए की रसीद गोशाला में दान करनी पड़ेगी ।
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इधर बढ़ी दरों के साथ बजरी सप्लाई की घोषणा
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इधर बढ़ी दरों के साथ बजरी सप्लाई की घोषणा
जहां, बजरी की बढ़ी दरों से बुधवार को कमठा ठेकेदारों ने काम बंद कर दिया। वहीं 9 जून से हड़ताल पर चल रही बजरी व्यापारियों ने एक शहर एक ही भाव प्रणाली पर बुधवार रात से बढ़ी दरों के साथ बजरी सप्लाई शुरू करने की घोषणा की। जोधपुर बजरी यूनियन की ओर से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग दरें तय की गई है।
अवैध बजरी इन दरों पर मिल रही (रुपए प्रति डम्पर में)
डम्पर———— शहरी जोन —- ग्रामीण जोन
6 चक्का— 9500 —– 6500
10 चक्का—- 15000 —– 10000
12 चक्का—- 21000 —– 14000
शहरी जोन– भाण्डू से कुडी हौद तक जोजरी नदी, कुड़ी हौद से निकलने वाली रणसी पाइप लाइन, जो डांगियावास तक जाती है, इससे आगे शहर की तरफ के क्षेत्र को शहरी जोन नाम दिया है।
ग्रामीण जोन— पाली के तरफ के क्षेत्र को ग्रामीण जोन नाम दिया है।