सीबीआई सूत्रों के अनुसार आरएमजीबी के सरदारपुरा में हेड ऑफिस के जनरल मैनेजर संजीव कुमार की ओर से पेश रिपोर्ट के आधार पर बैंक की जैसलमेर में सत्याया शाखा के तत्कालीन शाखा प्रबंधक शील कुमार व सहायक मैनेजर सतीश नंदा, ऋण लेने वालों व बैंक के पैनल अधिवक्ताओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।उपाधीक्षक को जांच सौंपी गई है।
आरोप है कि वर्ष 2022 में बैंक की सत्याया शाखा में किसान क्रेडिट कार्ड केसीसी के 38 खाते खोले गए थे। इनको केसीसी लोन भी जारी किया गया था। यह लोन फर्जी दस्तावेज (गिरदावरी, सर्च रिपोर्ट, मैप, जमीन प्रमाण पत्र) के जारी किए गए थे। इन लोन के तहत बैंक के 3,21,42,091 रुपए अभी तक बकाया हैं। ऋणदाताओं ने लोन लेने के बाद किस्तें जमा नहीं करवाई। जिसके तहत बकाया राशि बढ़ गई। जांच करने पर सामने आया कि शाखा प्रबंधक व सहायक प्रबंधक, लोन लेने वालों और अधिवक्ताओं की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेजों से लाने जारी किए गए थे।