जोधपुर

जोधपुर में है देश का अनूठा एजुकेशन-कॅरियर हाई-वे

– 7 राष्ट्रीय स्तर के संस्थान हैं जोधपुर-नागौर रोड पर
– 19 साल में स्थापित हुए 07 संस्थान
– 4 कुलपति बैठते हैं इस नेशनल हाई-वे पर
 

जोधपुरMay 10, 2018 / 01:07 pm

Jitendra Singh Rathore

जोधपुर में है देश का अनूठा एजुकेशन-कॅरियर हाई-वे

 
– 5000 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं इन संस्थानों में

– 350 शिक्षक करवाते हैं स्टडी और रिसर्च
– 50 से अधिक प्रोजेक्ट पर हो रहा शोध

 

जोधपुर . मारवाड़ को देश के अन्य हिस्सों से जोडऩे वाला नेशनल हाई-वे 65 दरअसल देश का एजुकेशन हाई-वे भी है। इस जोधपुर-नागौर रोड पर उच्च शिक्षा के इतने संस्थान हैं जितने देश के किसी भी दूसरे शहर में इतनी संजिदगी के साथ एक ही ट्रेक पर शायद ही बसे हैं। यहां चार विश्वविद्यालय और 3 राष्ट्रीय स्तर के संस्थान हैं। एजुकेशन हाई-वे की शुरुआत मण्डोर यानी जहां मण्डोर कृषि विश्वविद्यालय से होती है जो छह साल पहले स्थापित हुआ। इसके एकेडमिक कैंपस के साथ रिसर्च स्टेशन भी है। इसके बाद आता है फुटवियर डिजाइन एण्ड डवलपमेंट इंस्टीट्यूट यानी एफडीडीआई जोधपुर। केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अधीन आने वाला यह संस्थान देश के 12 संस्थान में से एक है। यहां युवा जूते की डिजाइन व डवलपमेंट में कॅरियर बना रहे हैं। यहां से थोड़ा से आगे चलते ही राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय यानी एनएलयू जोधपुर है। देश के 20 लॉ स्कूल में से एक जोधपुर में है जो गर्व की बात है। एनएलयू के बाद राष्ट्रीय फैशन तकनीकी संस्थान (एनआईएफटी) है, जहां फैशन में कॅरियर की पढ़ाई होती है। देश में कुल 16 एनआईएफटी हैं, जिसमें से एक जोधपुर में है। इसके बाद दईजर में सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय है जो प्रदेश का पहला पुलिस विवि है। नागौर रोड पर ही भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) है। देश में केवल 23 आईआईटी है। यहां तकनीकी पढ़ाई के साथ सौर ऊर्जा पर विशेष तौर पर अनुसंधान किया जाता है। इसी हाई-वे पर सबसे अंत में आता है डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय। देश में केवल दो ही आयुर्वेद विवि है। पहला गुजरात के जामनगर में और दूसरा जोधपुर में।
 

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इस तरह कॅरियर की राह बनी जोधपुर-नागौर रोड

1. आईआईटी जोधपुर

– 2008 में स्थापित

– 852 एकड़ में बना
– 848 छात्र वर्तमान में अध्ययनरत। इसमें 555 बीटैक, 56 एमटैक, 71 एमएससी, 166 पीएचडी के छात्र हैं। 62 फैकल्टी हैं।
 

2. एनएलयू जोधपुर

– 1999 में स्थापना

– यहां बीए एलएलबी, बीबीए एलएलबी और कॉर्पोरेट लॉ व आईपीआर टेक्नोलॉजी में एलएलएम व एमबीए कोर्स उपलब्ध है।

3. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् आयुर्वेद विवि
– 2003 में स्थापित। देश का दूसरा आयुर्वेद विवि।
– 322 एकड़ में फैला हुआ।

– 196 बेड का अस्पताल है विवि में।
– 27 नर्सिंग सेंटर, 9 आयुर्वेद कॉलेज, 4 होम्योपैथी कॉलेज, 3 यूनानी कॉलेज और 3 योगा व नैचुरोपैथी कॉलेज सम्बद्ध है विवि से।
 

4. एफडीडीआई जोधपुर

– 2012 में स्थापित। केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अधीन।

– 14 एकड़ में बना।
– जोधपुर में पीजी डिप्लोमा इन फैशन एण्ड रिटेल मर्केंडाइजिंग और यूजी व पीजी डिप्लोमा इन फुटवियर डिप्लोमा एण्ड प्रोडक्शन करवाया जा रहा है।
 

 

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5. एनआईएफटी जोधपुर

– 2010 में स्थापित। केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय के अधीन।

– 16 एनआईएफटी है देश में।
– यहां बैचलर ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी और मास्टर ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी का पाठ्यक्रम उपलब्ध है।
 

6. सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय

– 2012 में स्थापित। प्रदेश का पहला व एकमात्र पुलिस विवि।

– 5 साल का इंटीग्रेटेड सोशियल साइंस पाठ्यक्रम।
– 40 सीटें हैं प्रत्येक पाठ्यक्रम में।
– यहां एमए एमएससी इन एपलाइड क्रिमिनोलॉजी, एम टैक इन साइबर सिक्योरिटी, एलएलएम एम इन क्रिमिनल लॉ और पीएचडी करवाई जाती है।

7. मण्डोर कृषि विश्वविद्यालय

– 2013 में स्थापित।
– 3 कॉलेज और एक इंस्टीट्यूट ऑफ डिप्लोमा सम्बद्ध है।
– 2 कृषि अनुसंधान केंद्र सम्बद्ध है। यहां मरुस्थलीय कृषि पर विशेष अध्ययन व अनुसंधान किया जाता है।

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